शिकायत सही पाए जाने पर होगी त्वरित कार्यवाही
रायपुर। निजी शालाओं द्वारा लॉकडाउन की अवधि में भी पालकों से फीस जमा किए जाने संबंधी मैसेज भेजे जाने, पालकों की बैठक लिए जाने की जानकारी पर जिला प्रशासन के साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी ने इस पर नाराजगी जताई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि यदि इस तरह की शिकायत सामने आएगी तो संबंधित शाला के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात हो कि कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर राज्य की सभी शैक्षणिक संस्थानों यहां तक की ट्यूशन आदि पर भी रोक लगाई गई है। स्कूल खोलने अथवा नहीं खोलने पर अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। पूर्व में भी शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि जून माह के अंतिम सप्ताह में परिस्थितियों के आंकलन, वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह के बाद ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा। अधिकारियों से प्राप्त सुझावों के आधार पर निष्कर्ष निकाला जाएगा और इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दिया जाएगा। इधर लॉकडाउन की अवधि में कुछ निजी शालाओं द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई कराए जाने के एवज में अब पालकों से फीस जमा कराए जाने की सूचनाएं आ रही हैं। कुछ स्थानों से यह भी सूचना है कि निजी शाला प्रबंधन द्वारा पालकों के मोबाइल में बकायदा फीस जमा करने के लिए मैसेज किया जा रहा है। इस तरह की सूचनाएं जिला शिक्षा अधिकारी के साथ ही जिला प्रशासन तक भी पहुंची है। इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए डीईओ ने स्पष्ट किया है कि यदि लॉकडाउन की अवधि में किसी भी निजी शाला द्वारा फीस वसूली की गई तो संबंधित स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सीधे कार्यवाही होगी।