रायपुर जि़ला प्रशासन ने भोजन कराकर सभी को बसों से भिजवाया उनके गृह ग्राम
रायपुर। महासमुंद व उड़ीसा राज्य से कमाने-खाने गए 80 मजदूरों और उनके परिवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती जि़ले से निकली बस आधे रास्ते मे छोड़कर वापस लौट गई। देर रात तेलीबांधा के समीप उतरे इन भूखे और परेशान श्रमिकों को रायपुर कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के निर्देश पर सभी के भोजन की समुचित व्यवस्था के साथ ही बसों के जरिए रात में ही महासमुन्द रवाना किया गया। ये सभी मजदूर और उनका परिवार उत्तरप्रदेश रोज़ी-रोटी की तलाश में गए थे। लॉक डाउन के बाद ये उत्तर प्रदेश बस्ती जिले से बस के माध्यम से अपने गृह जिले महासमुंद जाने के लिए निकले थे, लेकिन बस ड्राइवर ने इन्हें इनकी मंजिल तक न पहुंचा कर रायपुर में तेलीबांधा चौक पर ही छोड़ कर वापस लौट गया। भूखे प्यासे ये श्रमिक अपने परिवार के साथ अपने गृह जिले महासमुंद जाने के लिए तेलीबांधा थाने के समीप साधन की तलाश में इंतजार करते बैठे थे।
सूचना मिलने पर जिला प्रशासन तुरंत सक्रिय हुआ। जिला पंचायत के सीईओ डॉ. गौरव कुमार सिंह ने जि़ला परिवहन अधिकारी शलभ साहू, रायपुर स्मार्ट सिटी के जनसंपर्क महाप्रबंधक आशीष मिश्रा, तेलीबांधा थाना प्रभारी मोहसिन खान, कोरोना आपदा प्रबंधन की टीम में शामिल शिरीष तिवारी को इन मजदूरों के सहायता के लिए तत्काल मौके पर भेजकर सहायता के लिए लगाया।तेलीबांधा पुलिस के साथ मिलकर इस टीम ने श्रमिक परिवारों को सुरक्षित स्थान पर आश्रय दिया और उनके भोजन, पानी आदि की व्यवस्था की। कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के निर्देश पर महासमुंद जिले से जि़ला परिवहन अधिकारी मनोज साहू के नेतृत्व में 2 बसें रात में ही रायपुर बुलाई गई और इन सभी श्रमिकों को सुरक्षित उनके गृह जिले के लिए रवाना किया गया। इस कार्य में एनजीओ समर्थ चैरिटेबल और वी द पीपल के कार्यकर्ताओं ने भी सहयोग प्रदान किया।