रायपुर। स्वास्थ्य चेतना विकास समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने छत्तीसगढ़ सरकार से राज्य के डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों को संविदा नियुक्ति अथवा एक वर्ष के लिए सेवावृद्धि दिए जाने की मांग की है। श्री नामदेव ने आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में कोरोना वायरस जनित महामारी कोविड-19 का प्रकोप है। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत एलोपैथी, होम्योपैथी, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों के सरकारी अस्पतालों में सभी डॉक्टर और पैरामेडिकल कर्मचारी पूरी मेहनत और निष्ठा के साथ कोरोना योद्धा के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और मरीजों की सेवा कर रहे हैं। प्रदेश में वैसे भी शासकीय डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की कमी है इसके अलावा इनमें से सेवानिवृत्त होने वाले डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों के आर्थिक दावों का भूगतान करने पर सरकार को काफी खर्च करना पड़ेगा, जबकि अगर इन सेवानिवृत्त होने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को अगर कम से कम एक वर्ष सेवावृद्धि अथवा संविदा नियुक्ति दी जाए तो सरकार पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। श्री नामदेव ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने पिछले महीने की 12 तारीख को एक आदेश जारी किया है जिसमें 31 मार्च 2020 और आगामी महीनों में सेवानिवृत्त अथवा रिटायर होने वाले डॉक्टरों और चिकित्सा अधिकारियों को तीन महीने की संविदा नियुक्ति देने का प्रावधान किया गया। श्री नामदेव ने कहा कि अब चूंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों सहित भारत सरकार ने भी यह माना है कि कोविड-19 के खिलाफ अभियान काफी लंबा चलेगा और जनता को कोरोना वायरस के साथ ही जीने की आदत डालने होगी। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार से भी अनुरोध है कि हाल ही में सेवानिवृत्त हो चुके अथवा सेवानिवृत्त होने वाले शासकीय डॉक्टरों तथा पैरामेडिकल अमले को संविदा नियुक्ति अथवा सेवावृद्धि दी जाए ताकि कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।