मां का दूध पीते समय बच्चे अक्सर स्तन पर काटने लगते हैं। अमूमन हर बच्चा ऐसा करता है और इसके कई कारण भी होते हैं जिनमें से सबसे सामान्य वजह दांत आना है। दांत आने पर होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए बच्चे कुछ भी काट लेते हैं।
स्तनपान के दौरान बच्चे के काटने पर मां को बहुत दर्द होता है और अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आप जान लें कि इसके क्या कारण हैं और किन तरीकों की मदद से आप इस समस्या से बच सकते हैं।
दूध पीते समय क्यों काटते हैं बच्चे?
कभी-कभी दूध ठीक तरह से न खींच पाने और पोजीशन की वजह से शिशु ब्रेस्ट पर अपने दांतों से दबाव बनाने लगते हैं। स्तनपान के दौरान निम्न कारणों से बच्चे काट सकते हैं :
1.दूध तेजी से आना : तेजी से दूध आने या दूध के नीचे गिरने पर बच्चा तेजी से दूध पीने की कोशिश करने लगता है और इस चक्कर में वो गलती से काट सकता है।
2.मां का ध्यान खींचने : यदि दूध पिलाते समय मां बच्चे की ओर न देखे तो अपनी मां का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए भी बच्चा दूध पीते समय काट सकता है।
3.कान में संक्रमण : कई बच्चे कान में संक्रमण या जुकाम की वजह से शिशु को दूध निगलने और चूसने में दिक्कत हो सकती है जिससे वो काटने लगता है।
4.दूध बहुत कम आने : जब स्तनों से दूध कम आता है तो शिशु गुस्से में स्तनों पर काट सकते हैं।
बच्चे को काटने से रोकें
कई मांओं का ये सवाल रहता है कि स्तनपान के दौरान शिशु को निप्पल काटने से कैसे रोक सकते हैं। इसके लिए आप नीचे बताए गए तरीके अपना सकती हैं :
1.कई बार बच्चे पेट भरने के बाद थकान होने पर भी काट लेते हैं। ऐसे में आपको शिशु के पेट भरने के संकेतों को समझना चाहिए।
2.आपको स्तनपान के दौरान बच्चे को सही पोजीशन में रखना चाहिए। गलत पोजीशन से परेशान होकर भी बच्चा काट सकता है।
3.दूध पीते समय इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे का ध्यान सिर्फ दूध पीने पर ही हो।
4.स्तनपान के दौरान बच्चे से बात करते रहें या गाना सुनाएं। जब भी वो काटे तो उसे मना करें।
5.अक्सर बच्चे दांत आने पर होने वाले दर्द को दूर करने के लिए काटते हैं। आपको बच्चे के मसूड़ों की ऊंगली से मालिश करनी चाहिए और हर बार दूध पिलाने से पहले और बाद में टीथिंग टॉय दें।
क्या बच्चे के काटने से निप्पल को नुकसान हो सकता है
दूध पीते समय बच्चे के काटने पर दर्द होता है और इस वजह से ब्रेस्ट में सूजन और असहजता भी हो सकती है। आमतौर पर बच्चे के काटने से निप्पल को कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन कभी-कभी बच्चे ज्यादा तेज काट लेते हैं। ऐसी स्थिति में काटने के तुरंत बाद ब्रेस्ट पर बर्फ लगाएं।
इसके अलावा दर्द निवारक दवा इबूप्रोफेन या एसेटामिनोफेन भी ले सकती हैं। अगर ब्रेस्ट पर घाव ज्यादा हो गया है तो एलोवेरा जूस की कुछ बूंदें ब्रेस्ट पर डालें। इससे भी आपको आराम मिलेगा।
माना कि बच्चे के काटने पर मां को दर्द होता है लेकिन स्तनपान मां और शिशु दोनों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है इसलिए आपको अपने बच्चे को काटने से रोकने की कोशिश करनी है। मां का दूध पोषक तत्वों और एंटीबॉडीज से युक्त होता है जो शिशु के विकास में मदद करता है।