पटना
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मुम्बई में विपक्षी गठबंधन की बैठक शुरू होने से पहले एक तरफ प्रधानमंत्री पद के दावेदारों की संख्या बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने पोस्टर जारी कर जाहिर कर दिया कि ‘दूल्हा’ राहुल गांधी ही होंगे और इस पोस्टर से आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल को गायब कर गठबंधन में एकता की पोल भी खोल दी है।
सुशील मोदी ने बयान जारी कर कहा कि अब तक राहुल गांधी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और नीतीश कुमार को उनके अपने-अपने दल प्रधानमंत्री पद का योग्यतम उम्मीदवार बता चुके हैं लेकिन कांग्रेस ने पोस्टर जारी कर जाहिर कर दिया कि ‘दूल्हा’ राहुल गांधी ही होंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 13 नेताओं के इस पोस्टर से आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल को गायब कर गठबंधन में एकता की पोल भी खोल दी है। भाजपा नेता ने कहा कि घमंडिया गठबंधन में जब कोई श्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाने की भी बात नहीं कर रहा है, तब वे प्रधानमंत्री बनने का सपना भूल ही जाएं। उन्होंने कहा कि अंगूर खट्टे हैं वाले अंदाज में नीतीश कुमार कह रहे हैं कि वे किसी पद के आकांक्षी नहीं हैं।
वहीं मोदी ने कहा कि एक तरफ 22 दलों के गठबंधन में प्रधानमंत्री पद के छह से अधिक दावेदार एक-दूसरे को किनारे लगाने में लगे हैं और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पद पर वापसी के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के ऐसे सर्वसम्मत प्रत्याशी हैं, जिन्हें देश के 80 फीसद लोग पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार दस में आठ भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के नौ साल के काम से संतुष्ट है।
भाजपा सांसद ने कहा कि विपक्षी कुनबा मायावती और अकाली दल को अपने साथ जोड़ने में विफल रहा। पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) मिलकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से लड़ रहे हैं जबकि ये तीनों मुम्बई में एकजुटता के वादे कर रहे हैं। देश इनके विरोधाभास को गौर से देख रहा है।