80000 से ज्यादा प्रवासी पहुंचे घर
नईदिल्ली। गृह मंत्रालय के निर्देश पर इंडियन रेलवे ने लॉकडाउन के कारण अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजूदरों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने के लिए मंगलवार शाम तक कुल 83 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई है. इन ट्रेनों में अभीतक 80000 से ज्यादा प्रवासी मजदूर यात्रा कर अपने घर पहुंच चुके हैं. भारतीय रेलवे ने कहा कि एक मई से मंगलवार सुबह तक 76 श्रमिक विशेष ट्रेनें चला चलाई गई थी, जिनमें करीब 70 हजार श्रमिक यात्रा की. रेलवे के अनुसार चार मई तक 55 ट्रेनें चलाई जा चुकी थीं.
अधिकारियों ने संकेत दिये हैं कि मंगलवार सुबह तक चलाई गयीं 67 ट्रेनों पर करीब 50 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं. सूत्रों ने कहा कि रेलवे, प्रति श्रमिक विशेष ट्रेन सेवा पर लगभग 80 लाख रुपये खर्च कर रहा है. इन ट्रेनों में प्रवासी मजदूरों के अलावा विभिन्न राज्यों में फंसे स्टूडेंट्स, शरणार्थी, टूरिस्ट को भी घर भेजने की व्यवस्था की जा रही है.
इंडियन रेलवे ने कहा है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन का केवल एक गंतव्य होगा. यह ट्रेन बीच में कहीं नहीं रुकेगी. श्रमिक स्पेशल ट्रेन 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी के लिए चलेंगी. इस तरह की हर ट्रेन में 1000 से 1200 यात्रियों को बैठने की सुविधा होगी. रेलवे के मुताबिक फंसे हुए लोगों को ले जाने के लिए क्षमता की 90 प्रतिशत मांग होने पर ही विशेष श्रमिक ट्रेन चलाई जाएंगी.