मतदान का महत्व समझने से होगी शत-प्रतिशत वोटिंग : कलेक्टर भुरे

रायपुर

कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ सर्वेश्वर भुरे की अध्यक्षता में शनिवार को रायपुर जिले की स्वीप समिति की बैठक कलेक्टोरेट सभागार में हुई। बैठक में आगामी विधानसभा निर्वाचन के दौरान रायपुर जिले में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने और सभी मतदाताओं को वोट देने के लिए जागरूक करने पर चर्चा हुई । बैठक में कलेक्टर ने सभी वर्ग के मतदाताओं को वोट देने के लिए प्रेरित करने विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।

डॉ भुरे ने इस अभियान के दौरान केवल मतदान के तरीके ही नहीं बल्कि मतदान का महत्व, मतदान केंद्रों पर सुविधायें, ईवीएम मशीनों का प्रदर्शन कर लोगो को विस्तार से जानकारी देने के निर्देश दिये। अब आगामी विधानसभा निर्वाचन पर जिले में मतदाता जागरूकता अभियान लगातार जारी रहेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाताओं को उनके वोट का महत्व समझाने और सरल तरीके से वोट देने की जानकारी देने से ही जिले में मतदान बढ़ेगा। उन्होंने पिछले निर्वाचन में कम मतदान वाले एरिया की पहचान कर वहाँ गहन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदाता सूची में नाम जोडने, हटाने और संशोधन का काम निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के भी निर्देश दिये ताकि मतदाताओं को समय पर जानकारी मिल सकें और मतदाता वोट डालने के लिए मानसिक रूप से खुद को पहले से ही तैयार कर सकें। इस बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुवेर्दी, स्वीप के नोडल अधिकारी और जिला पंचायत सीईओ श्री अविनाश मिश्रा सहित सभी रिटर्निग आफिसर और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने अधिक से अधिक युवा मतदाताओं को मतदाता सूची में शामिल करने और स्कूल-कालेजों, सार्वजनिक स्थलों पर मतदाता प्रेरक कार्यक्रमों के आयोजन के भी निर्देश दिए। डॉ भुरे ने सभी मतदाता वर्गों जैसे महिला, पुरुष, ट्रांसजेंडर, युवाओं, दिव्यांगों, वरिष्ठ नागरिकों- बुजुर्गों, नव विवाहित बहुओं , कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों से लेकर पत्रकारों और सरकारी सेवारत लोगों के लिए अलग अलग प्रेरक कार्यक्रम करने पर जोर दिया। डॉ भुरे ने इन कार्यक्रमों में नवाचार को भी शामिल करने और उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले लोगों- संस्थाओं को पुरस्कृत करने को भी कहा।

बैठक में मतदाताओं का जागरूक करने के लिए स्कूल-कॉलेजों में मतदान के महत्व को समझाने हेतु रंगोली, नारा लेखन, वाद-विवाद, निबंध, प्रमुख चौराहे, बस स्टैंड पर पोस्टर, होर्डिंग, नाटक, मानव श्रृंखला का निर्माण, सेल्फी जोन का निर्माण, स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा स्लोगन जैसे अन्य आवश्यक कार्यक्रम का आयोजन कर मतदान के महत्व की बारे में जानकारी देने के निर्देश दिए गए। प्रेरक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों को मतदान की विभिन्न प्रारूप, मतदान करने की सही उम्र एवं योग्यता एवं मतदान का प्रतिशत बढ़ाने में युवा वर्ग की सहभागिता के संबंध में विस्तार से बताने के भी निर्देश कलेक्टर ने दिए।