वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम को पांचवें टी20 इंटरनेशनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। इसी हार के चलते भारतीय टीम को सीरीज भी गंवानी पड़ी। भारत को इस मैच में 8 विकेट से हार मिली और टीम 3-2 से सीरीज हार गई। इस हार के बाद कप्तान हार्दिक पांड्या ने कहा है कि कभी-कभी हार अच्छी होती है। उन्होंने इस निर्णायक मैच में मिली हार का कारण भी बताया है। भारत ने पहले दो मैच हारने के बाद अगले दो मैचों में जीत हासिल की थी।
कप्तान हार्दिक पांड्या ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में बताया, “जब मैं आया तो हमने लय खो दी थी और स्थिति का फायदा नहीं उठा सके। मेरा मानना है कि हम खुद को चुनौती देंगे। हम बेहतर बनने की कोशिश करते हैं। अंत में, यह ठीक है। हमें ज्यादा समझाने की जरूरत नहीं है। मुझे पता है ग्रुप में लड़के कैसे हैं। हमारे पास यह पता लगाने के लिए पर्याप्त समय है। हारना कई बार अच्छा होता है। सकारात्मक पक्ष पर, हमने बहुत कुछ सीखा है। लड़कों ने अच्छा खेल दिखाया।”
उन्होंने आगे कहा, “उन्हें श्रेय जाना चाहिए। वे मैदान पर आते रहे और कुछ नया करने की कोशिश करते रहे। यह प्रक्रिया का हिस्सा है। यह वही है जो मैं उस पल महसूस करता हूं। यदि मैं कोई स्थिति देखता हूं, तो मैं आम तौर पर वही चीज पसंद करता हूं जो मन में आती है। कोई रॉकेट साइंस नहीं है, बस मेरी गट फीलिंग कहती है। जो भी युवा आ रहे हैं, वह अच्छा खेल दिखा रहे हैं। जब मैं देखता हूं कि एक युवा मैदान पर आता है और अपना हाथ ऊपर उठाता है तो मुझे बहुत खुशी होती है। सभी दर्शकों को बहुत-बहुत धन्यवाद। टी20 वर्ल्ड कप यहीं होगा। तब बड़ी संख्या होगी।”
हार्दिक पांड्या ने जिस बात का जिक्र किया है कि जब वे बल्लेबाजी के लिए आए तो टीम मोमेंटम खो चुकी थी। जब हार्दिक पांड्या बल्लेबाजी के लिए आए तो 10.2 ओवर में टीम का स्कोर 87 रन पर 4 विकेट था। संजू सैमसन आउट होकर लौटे थे। अब सवाल यह भी है कि तीसरे मैच में खुद नंबर पांच पर उतरे थे और उससे पहले संजू सैमसन नंबर पांच पर उतरे थे और उससे पहले हार्दिक पांड्या नंबर पांच पर उतरे थे। ऐसे में अगर पोजिशन में ज्यादा बदलाव करोगे तो इसका अंजाम भी भुगतना पड़ सकता है और इस मामले में भी टीम इंडिया के साथ ऐसा ही हुआ।