समरसता यात्रा का भोपाल एवं विदिशा, नर्मदापुरम, अशोकनगर, कटनी और दमोह में हुआ भव्य स्वागत
भोपाल
संत रविदास के संदेश और जीवन मूल्यों के प्रति समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश के विभिन्न स्थानों से निकाली जा रही समरसता यात्राएँ 12 अगस्त को सागर पहुँचेंगी, जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संत रविदास मंदिर निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे। सभी 5 रूट से आ रही यात्राओं ने 17वें दिन 10 अगस्त को भोपाल, नर्मदापुरम, अशोकनगर, दमोह और छतरपुर जिले में सद्भावना का संदेश दिया।
संत रविदास समरसता यात्राओं में प्रतिदिन जनसैलाब उमड़ रहा है। संत रविदास समरसता यात्रा का रथ जहाँ-जहाँ से गुजर रहा है, वहाँ के लोग स्मारक निर्माण के लिये अपने क्षेत्र की मिट्टी तथा नदियों का जल देकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। सभी जगह विभिन्न समाज के लोगों द्वारा हर्षोल्लास के साथ समरसता यात्रा का भव्य स्वागत किया जा रहा है। सद्भाव और आस्था से सराबोर समरसता यात्रा से सर्वधर्म समाज जुड़ रहा है।
समरसता यात्रा के 17वें दिन भोपाल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग एवं विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, नर्मदापुरम में विधायक सोहागपुर विजयपाल सिंह और विधायक पिपरिया ठाकुरदास नागवंशी ने, अशोकनगर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने, दमोह में वेयरहाउस कॉपोरेशन एवं लॉजिस्टिक अध्यक्ष राहुल सिंह लोधी, विधायक पी.एल. तंतुवाय और छतरपुर में जन-प्रतिनिधि एवं नागरिकों ने समरसता यात्रा का स्वागत किया।
भोपाल
रूट क्रमांक 1 की संत रविदास यात्रा 25 जुलाई को नीमच से प्रारंभ हुई यात्रा 10 अगस्त को भोपाल पहुँची। भोपाल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, नगर निगम के अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, पार्षद और जन-प्रतिनिधियों ने समरसता यात्रा का स्वागत किया।
समरसता यात्रा के दूसरे दिन भोपाल लामाखेड़ा में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, चरण पादुका सिर पर रखकर यात्रा में हुए शामिल। उन्होंने पुष्प वर्षा कर समरसता यात्रा में शामिल संतों और अतिथियों का स्वागत किया।
संत शिरोमणि गुरूदेव संत रविदास ऐसी महान विभूति हैं जो विगत 600 वर्षों से दुनिया को प्रेरणा, विचार, आदर्श और मार्गदर्शन देकर समरस बना रहे हैं। यह विचार गुरूवार को संत शिरोमणि रविदास समरसता यात्रा के जन संवाद कार्यक्रम में संत रविदास सेवा संस्था, मंदिर बरखेड़ा भेल में वक्ताओं ने व्यक्त किए।
नर्मदापुरम्
रूट क्रमांक 2 की संत रविदास यात्रा ने 25 जुलाई को धार जिले के माण्डव से प्रारंभ होकर 10 अगस्त को संत शिरोमणि रविदास जी महाराज समरसता यात्रा जिले में अपने तीसरे दिन माखननगर,सोहागपुर होते हुए पिपरिया पहुंची। जहां मार्ग में जगह-जगह बनाए गए मंचों से श्रद्धालुओं द्वारा पुष्पवर्षा कर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं ने श्रद्धा भाव से चरणपादुका और कलश की पूजा अर्चना भी की। यात्रा के स्वागत में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। विभिन्न वर्गों, धर्मों, विभिन्न सामाजिक और व्यावसायिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। जगह जहां ढोल बाजे के साथ कलश यात्राएं निकाली गई। जिस क्षेत्र से भी यात्रा निकाली वह पूरा क्षेत्र संत शिरोमणि रविदास जी महाराज के जयकारों से गुंजायमान हो गया। श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा के साथ चल रही संत रविदास जी महाराज की पादुका और चित्र का दर्शन कर पूजन किया गया। यात्रा में अनेक संत, जनप्रतिनिधि, पार्षदगण और समाज के हर तबके लोग शामिल हुए। सोहागपुर एवं पिपरिया में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विधायक सोहागपुर विजयपाल सिंह ने यात्रा के माखननगर प्रवेश पर यात्रा का आत्मीय स्वागत किया। विधायक सिंह चरण पादुका को अपने सिर पर रखकर यात्रा में शामिल हुए। यात्रा के दौरान माखननगर और सोहागपुर में जनसंवाद कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। विधायक सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी महाराज ने हर वर्ग के कल्याण के लिए काम किया हैं। सामाजिक समरसता और सद्भाव का संदेश जन-जन तक पहुँचाया हैं।
विधायक ठाकुरदास नागवंशी यात्रा का स्वागत कर चरण पादुका और कलश की पूजा अर्चना की। पिपरिया में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में विधायक ठाकुर दास नागवंशी ने अपने संबोधन में कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी सनातन संस्कृति के ध्वज वाहक थे।
अशोकनगर
रूट क्रमांक 3 की संत रविदास समरसता यात्रा ने 25 जुलाई को श्योपुर जिले से प्रारंभ होकर 10 अगस्त को अशोकनगर जिले के विकासखण्ड मुंगावली के ग्राम सेहराई में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने समरसता यात्रा का स्वागत किया। समरसता का संदेश देते हुए गाँव-गाँव की मिट्टी और जल एकत्रित किया जा रहा है। यह बात लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री यादव ने गुरूवार को विकासखण्ड मुंगावली के ग्राम सेहराई में समरसता यात्रा का स्वागत किया। सेहराई में समरसता यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। ग्राम सेहराई, अचलगढ, मूढरी, खोरीबरी, नगर परिषद पिपरई, मुंगावली में समरसता यात्रा के आगमन पर जन-प्रतिनिधियों सहित ग्रामवासियों ने चरण पादुका पूजन और पुष्पवर्षा कर समरसता यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। मुंगावली में जनसंवाद में जन-प्रतिनिधियों ने संत रविदास के उपदेशों पर प्रकाश डाला। समरसता यात्रा की कंजिया (बीना) की ओर विदाई की गई।
दमोह
बालाघाट से 25 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट क्रमांक 4 की समरसता यात्रा का 10 अगस्त को कटनी जिले से दमोह के कुम्हारी पहुँचने पर भव्य स्वागत किया गया। यात्रा में स्वामी छिपरेश्वर महाराज, यात्रा प्रभारी प्रवीण मेश्राम, अजय मेश्राम, बसंत, शारदा प्रसाद सहित सभी अतिथियों का पुष्प मालाओं और गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया। अतिथियों द्वारा चरण पादुकाओं तथा कलश का पूजन किया गया। साथ ही ध्वज पूजन भी किया गया। इस अवसर पर वेयरहाउस कॉपोरेशन एवं लॉजिस्टिक अध्यक्ष लोधी, विधायक तंतुवाय, पूर्व विधायक सुउमा देवी खटीक सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और नागरिक मौजूद रहे।
छतरपुर
सिंगरौली से 26 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट क्रमांक 5 की समरसता यात्रा के दूसरे दिन 10 अगस्त को छतरपुर में सदभावना संदेश दिया। समरसता यात्रा का जन-प्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने भव्य स्वागत किया। इस मौके पर चरण पादुका और कलश कर आशीर्वाद लिया।
11 अगस्त की समरसता यात्रा का रूट
नीमच से प्रारंभ प्रथम रूट की समरसता यात्रा 18वें दिन 11 अगस्त को रायसेन, द्वितीय रूट की धार से प्रारंभ यात्रा विदिशा, तृतीय रूट की श्योपुर से प्रारंभ यात्रा सागर, चतुर्थ रूट की बालाघाट से प्रारंभ यात्रा दमोह एवं पाँचवें रूट की सिंगरौली से प्रारंभ यात्रा सागर में संत रविदास के संदेशों को जन-जन तक पहुँचायेगी।