राज्य शासन ने कलेक्टर बिलासपुर को नोडल अधिकारी बनाया, प्रशासन तैयारियों मे जुटा
कोरबा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रयासों से राजस्थान के कोचिंग हब से छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं को लेकर बसें रविवार शाम कोटा से रवाना हो गयी। कोटा से कोरबा जिले के 141 छात्र-छात्राओं के इन बसों से परसों सुबह तक बिलासपुर पहुँचने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। इन सभी विद्यार्थियों को छतीसगढ़ पहुँचने के बाद बिलासपुर में चौदह दिन क्वारेंटाइन में रखा जाएगा। बिलासपुर जिला प्रशासन विद्यार्थियों को चरेंनटाइन करने सभी व्यवस्थाएँ पूरी करने की तैयारियों में जुट गया है। यहाँ विद्यार्थियों के पहुँचने पर उनका मेडिकल चेक अप किया जाएगा। चरेंनटाइन अवधि में विद्यार्थी किसी अन्य व्यक्ति के सम्पर्क में नही आएँगे। सर्दी, खांसी, बुखार और साँस की तकलीफ वाले विद्यार्थियो की विशेष जाँच भी की जाएगी। बिलासपुर संभाग के विद्यार्थियों को लेकर बसें कोटा में तीन तय जगहों कंट्री इन से नौ बसें, सत्यार्थ से आठ बसें और कुनहाड़ी से 11 बसें रवाना हो गई है।
बिलासपुर कलेक्टर संजय अलंग ने बच्चों की व्यवस्था और देखरेख के लिए पर्याप्त कर्मचारी की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। क्वारेंटाइन के दौरान क्या करना है और क्या नहीं इसकी भी जानकारी उन्हें दी जाए। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य टीम द्वारा प्रतिदिन बच्चों का हेल्थ चेकअप किया जाएगा। बच्चों के लिए स्कूल के हॉस्टल में सेनेटाईजर की व्यवस्था भी होनी चाहिए। बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया जाए। क्वारेंटाइन के दौरान क्या करना है और क्या नहीं इसकी भी जानकारी उन्हें दी जाए। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य टीम द्वारा प्रतिदिन बच्चों का हेल्थ चेकअप किया जाएगा। बच्चों के लिए स्कूल के हॉस्टल में सेनेटाईजर की व्यवस्था भी होनी चाहिए। उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात रहेगी।