नईदिल्ली। दिल्ली से गाजियाबाद और गाजियाबाद से दिल्ली में प्रवेश पर मंगलवार सुबह से पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया। इस आशय के आदेश जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने सोमवार को जारी कर दिये थे। मंगलवार सुबह सीमा पर पहुंचे अधिकांश लोगों को इस सख्त आदेश के बारे में पता ही नहीं था। लिहाजा दिल्ली गाजियाबाद सीमा पर अचानक भीड़ बढऩी शुरू हो गयी। चंद घंटों में जारी डीएम के इस आदेश का आमजन के बीच प्रचार प्रसार हो ही नहीं पाया था। इसके चलते जरुरतमंद लोग रोजाना की तरह की बार्डर पर पहुंचना शुरू हो गये। सीमा पर पहुंच कर पुलिस ने दोनो ही तरफ से आने जाने वालों को रोक दिया।
अचानक पुलिस द्वारा रोके जाने और गाजियाबाद जिला प्रशासन के बार्डर सील किये जाने संबंधी आदेश का हवाला देने से तमाम लोग झुंझलाते भी नजर आयी। राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर गाजीपुर बार्डर पर राहगीर दोनो तरफ की पुलिस से सिर फुटव्वल करते देखे गये।
गुस्साये कई लोगों में ऐसे भी थे जो, कर्फ्यू पास भी दिखा रहे थे। इसके बाद भी पुलिस वाले उनसे बार्डर पार करने की बाजिव वजह पूछ रहे थे। लोगों को पुलिस का यह रवैया तो नागवार गुजर ही रहा था। साथ ही पब्लिक इस बात से भी चिढ़ रही थी कि, पूरी तरह सीमाएं सील करने का आदेश अचानक क्यों दिया? अगर आदेश दिया तो फिर उसका प्रचार प्रसार क्यों नहीं किया?
दिल्ली सीमा पर कुछ इलाकों में दोनो तरफ से आ रहे मीडियाकर्मियों को भी पुलिस ने रोक दिया। मीडियाकर्मी अपने परिचय पत्र भी दिखाते रहे। इसके बाद भी दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले पत्रकारों को भी रोक दिया गया। यह कहकर कि पाबंदी सबके लिये है। उसके बाद कुछ पत्रकारों को काफी मान मनुहार के बाद और आगे से ध्यान रखने की चेतावनी देकर निकलने दिया गया।
उल्लेखनीय है कि, गाजियाबाद के जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में लिखा है कि, दिल्ली सीमा को पूरी तरह सील करने का फैसला गाजियाबाद के चिकित्साधिकारी से मिली रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। जिला चिकित्साधिकारी ने जिला प्रशासन को बताया था कि, जिले में जो 6 कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट्स आयी हैं, वे सभी 6 लोग दिल्ली से आये थे। लिहाजा आवश्यक वस्तुओं और अपरिहार्य कारणों को छोड़कर बाकी संपूर्ण आवागमन सीमा पर प्रतिबंधित रहेगा।