मोदी राज में सब्जियों और रोजमर्रा सामानों के दाम हो गये दुगुने, टमाटर 160, धनिया 200, अदरक 400 व मिर्ची के दाम पहुंचा 400

रायपुर

100 दिनों में महंगाई कम कर जनता को राहत देने की गारंटी देकर सत्ता में आने वाले मोदी सरकार की मुनाफाखोरी के नीति के चलते जनता आज महंगाई से परेशान हैं। मोदी सरकार और पेट्रोलियम कंपनियां संगठित होकर जनता से पेट्रोल डीजल में मुनाफा कमा रही है और जनता महंगाई से बेहाल है। क्रूड आॅयल की कीमत में 35 प्रतिशत की कमी का फायदा जनता को नहीं दे रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले एक महीने में टमाटर 160, धनिया 200, अदरक 400 मिर्ची 400, लहसुन 130, परवल 80, अरबी 80 तथा भिंडी 70 रुपये किलो पर पहुंच गई है।

बैज ने मोदी सरकार से पूछा जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दाम में 35 प्रतिशत तक की गिरावट आई है फिर देश के भीतर पेट्रोल डीजल की दरों में 35 प्रतिशत की कमी क्यों नहीं की गई? दामों में 35 प्रतिशत की कमी की जाती और एक्साइज ड्यूटी मनमोहन सरकार के दौरान की ली जाती तो देश की जनता को महंगाई से बड़ी राहत मिलता। आवश्यक वस्तुओं के दामों में भी 30 से 35 प्रतिशत की कमी आती। मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते सब्जी की कीमत में शत प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। दवाइयों के कीमत में 30 प्रतिशत, किताब, कापी, स्टेशनरी, जूता, चप्पल के दाम में 20 प्रतिशत, खाद्य तेल, दाल, शक्कर, कपड़ा, टोल टैक्स, आॅटो पार्ट्स, टायर, ट्यूब, आयल, ग्रीस, सौंदर्य प्रसाधन सहित सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम में 2014 के मुकाबले 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में टमाटर 160 पर है, धनिया 200 की है, अदरक 400 की है, मिर्ची 400 की है, लहसुन 130 का है, परवल 80 का है, अरबी 80 की है, भिंडी 70 की है और मोदी महंगाई की मार से बचाने का वादा कर के सत्ता में आये थे। उन्होंने आंख पर ऐसी पट्टी बांधी कि पिछले 9 साल से खुली नहीं है। उनके राज में 2013 से 2023 के बीच में आटे के दाम में 46 प्रतिशत, आटा… कॉमन फ्लोर के दाम में 46 प्रतिशत वृद्धि हुई है। चावल 25 रुपए किलो बिकता था अब 36 के ऊपर पहुंच गया है। दाल जो 72 की थी वो 160-170 के बीच की मिल रही है। सरसों का तेल 90 से दोगुना हो कर 185 पार कर चुका है। हमारे बस्तर की तरफ कहा जाता है कि भाजी-दाल न हो तो नून से खा लीजिए रोटी। तो वाकई में जो लोग मोदी को लाए थे और ये वादा किया था कि नमक-रोटी खाएंगे, उनको नमक के लिए भी मजबूर कर दिया है, नमक का दाम जो कभी 13 रुपए होता था, वो 20 के ऊपर है।
बैज ने कहा कि पारले-जी का पैकेट गांव, शहर, देहात कहीं भी जाइए ये छोटा पैकेट खूब बिकता है। ये छोटे पैकेट का दाम 5 रुपए लेकिन अब ये 50 ग्राम का हो गया है, पहले ये 80 ग्राम का था, 30 ग्राम कम कर दिया गया, दाम वही रखा गया है, तो ये बिस्कुट बढ़ा महंगा हो गया है। चाय की पत्ती पहले 50 रुपए में 250 ग्राम मिलती थी, अब 70 रुपए में 200 ग्राम मिल रही है।