रायपुर/ नगरनार/ हैदराबाद। देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क खनन व्यवसाय कंपनी और छत्तीसगढ़ की शान राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) ने कोरोना महामारी से निपटने के लिये सरकार को बड़ी मदद दी है।
एनएमडीसी प्रधानमंत्री राहत कोष में दिए 150 करोड़ रुपये दे रही है। यह जानकारी एनएमडीसी के अध्यक्ष सह प्रबंधन निदेशक एन. बैजेन्द्र कुमार ने दी। हालांकि, बैजेन्द्र कुमार ने एनएमडीसी के इस अंशदान को राष्ट्रहित में ‘एक छोटा सा कदम’ बताया है।
एनएमडीसी के इस कदम की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसे सराहनीय पहल बताया है। श्री प्रधान ने कहा की “जब राष्ट्र की मदद की बात आती है तो कोई भी अंशदान छोटा नहीं होता, हमें सब को एकजुट होकर अपनी-अपनी क्षमता और संसाधन के अनुसार पहल करनी चाहिए।“
गौरतलब है कि एनएमडीसी देश का पहला ऐसा सार्वजनिक उपक्रम है जिसने कोरोना महामारी से जारी लड़ाई में इतनी बड़ी सहयोग राशि दी है। खुद अपनी तरफ से पहल कर सरकार को संकट की घड़ी में सहयोग देकर एनएमडीसी ने नवरत्न कंपनी होने का उदाहरण पेश किया है।
इस संबंध में सीएमडी एन. बैजेंद्र कुमार ने कहा कि इस विपदा के समय यह जरूरी है कि हम सब कदम से कदम मिलाकर इस महामारी पर विजय हासिल करें। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में मजदूरों को अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम सरकार के हाथ मजबूत करें और यथासंभव उसकी सहायता करें।
इसी जज़्बे को वास्तविक रूप देने के लिये एनएमडीसी के अधिकारी ठेका श्रमिकों की बस्तियों का दौरा भी कर रहे हैं और इस बात का जायजा भी ले रहे हैं कि ठेकेदार उनकी जरूरतों का पूरा ख्याल रख रहे हैं या नहीं। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां कोई कमी नजर आए वहां तत्काल आवश्यक कदम उठाए ताकि, श्रमिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए। उन्होंने बताया कि कोरोना का संकरण रोकने के लिए एनएमडीसी ने कई कदम उठाए हैं और प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर अपने हर प्रोजेक्ट और उसके आसपास के इलाके में इस महामारी के बारे में जागरूकता लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।