कैसे मिलता है एजुकेशनल लोन, सरकारी और निजी बैंकों की क्या हैं शर्तें

 नई दिल्ली
विभिन्न बैंको में एजुकेशनल लोन (Educational Loan) की व्यवस्था को प्रसार दिया गया है। राष्ट्रीयकृत बैंक से लेकर निजी बैंकों और विभिन्न राज्य सरकारों ने मेधावी छात्रों की पढ़ाई के लिए कम दरों पर एजुकेशनल उपलब्ध कराए हैं। किन वर्गों में मिल सकता है एजुकेशनल लोन, बता रहे हैं करियर काउंसलर आशीष आदर्श..

राष्ट्रीयकृत सरकारी बैंक

भारत में एजुकेशनल लोन देने वाले राष्ट्रीयकृत बैंकों का प्रारूप लगभग एक जैसा है। यहां कुल तीन कैटेगरी में एजुकेशनल लोन मिल सकता है। अधिकतम 4 लाख रुपये तक के लोन के लिए आपको किसी गारंटर और किसी कोलेटरल यानी गिरवी रखने के लिए कोई संपत्ति आदि की आवश्यकता नहीं होगी। यदि दाखिला किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में हुआ है, तो इस आधार पर बैंक आपको शिक्षा ऋण देने पर विचार कर सकता है। 4 लाख से अधिक और 7.5 लाख से कम तक का लोन: इस ब्रैकेट की लोन राशि के लिए किसी आर्थिक रूप से संपन्न गारंटर की आवश्यकता होगी। लेकिन कोई कोलेटरल प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी।

रुपये 7.5 लाख से अधिक का लोन देश या विदेश में पढ़ने के लिए रुपये 7.5 लाख रुपये से अधिक: एजुकेशनल लोन के लिए जहां एक ओर आपके पास कम से कम एक आर्थिक रूप से संपन्न गारंटर होना चाहिए, वहीं कोई कोलेटरल भी प्रस्तुत करने की आवश्यकता होगी। यदि आप विदेश में भी पढ़ाई के लिए लोन लेना चाहें, तो इसी कैटेगरी के अंतर्गत अप्लाई करना होगा।

प्राइवेट बैंकों में मिलेंगी कुछ अलग शर्तें

देश के निजी बैंकों द्वारा दिया जाने वाला एजुकेशनल लोन राष्ट्रीयकृत सरकारी बैंकों की तुलना में थोड़ा महंगा और कठिन है। यहां किसी भी लोन के लिए छात्र के साथ एक गारंटर भी होता है, जिसे को-ऐप्लिकेंट कहा जाता है। निजी बैंकों से आप कुल छह कैटेगरी में एजुकेशनल लोन प्राप्त कर सकते हैं, इन सभी कैटेगरी को कॉलेज की रैंकिंग के अनुसार निर्धारित किया गया है

जनरल कैटेगरी (रुपये 1 लाख से 7.5 लाख तक का लोन): यदि आप निजी बैंक से रुपये 1 लाख से 7.5 लाख तक का लोन चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एक मजबूत गारंटर या को-ऐप्लिकेंट की आवश्यकता पड़ेगी, हालांकि इस ब्रैकेट के लिए आपको किसी कोलेटरल की आवश्यकता नहीं होगी।

प्राइम सी कैटेगरी : इस में आप रुपये 15 लाख तक का एजुकेशनल लोन ले सकते हैं। यहां भी साथ में को-ऐप्लिकेंट होंगे, जो गारंटर भी होंगे।

प्राइम बी कैटेगरी: इस कैटेगरी में आप रुपये 15 लाख से अधिक और 40 लाख रुपये से कम एजुकेशनल लोन ले सकते हैं। यह उन छात्रों को मिल सकता है, जिनका दाखिला खास रैंकिंग वाले संस्थानों में हो रहा हो।

प्राइम ए कैटेगरी: यदि आपका दाखिला देश के टॉप संस्थानों, जैसे आईआईटी, एनआईटी या आईआईएम में हो जाता है, तो प्राइम ए कैटेगरी के तहत 50 लाख रुपये तक का शिक्षा लोन मिल सकता है। यहां भी एक गारंटर या को-ऐप्लिकेंट जरूरी है।

विदेश में पढ़ाई के लिए लोन विदेश में पढ़ाई करने की चाह रखने वाले छात्रों के लिए चुनिन्दा संस्थानों में चयनित होने पर रुपये 50 लाख से अधिक एजुकेशनल लोन उपलब्ध हो सकता है। इस केटेगरी में एजुकेशनल लोन राशि की कोई सीमा नहीं, बशर्ते आपके पास एक मजबूत गारंटर या को-ऐप्लिकेंट और कोलेटरल सिक्योरिटी की व्यवस्था हो।