द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण गतिविधि को गंभीरता से लें सभी अधिकारी

विधानसभा निर्वाचन- 2023

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने सर्टिफिकेशन प्रोग्राम में दिए निर्देश

भोपाल । आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी भोपाल में विधानसभा निर्वाचन 2023 की तैयारियों को लेकर उपजिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी व सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 12 जून से शुरू हुए सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के पहले चरण का मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन की उपस्थिति में आज समापन हुआ। पहले चरण में 103 अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अधिकारियों को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि निर्वाचन सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। निर्वाचन से संबंधित सभी कार्य समय पर पूर्ण कर लें। जिलों में अभी प्री-रिवीजन की गतिविधि चल रही है। जिस प्रदेश में चुनाव होता है वहां पर एसएसआर (विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण) की एक और गतिविधि होती है। इसके अंतर्गत 2 अगस्त को प्रदेश के समस्त मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा तथा 4 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। इसके बाद एसएसआर गतिविधि नहीं होगी। इसलिए यह आखरी मौका है। द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की गतिविधि को गंभीरता से लें। पूरी इमानदारी व मेहनत से कार्य करें, ताकि सही ढंग से निर्वाचन का कार्य संपन्न हो सके।

मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करें

उप जिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी व सहायक रिटर्निग अधिकारी मतदान केंद्र का भौतिक सत्यापन करें। यदि किसी मतदान केंद्र को परिवर्तित करने की जरूरत है तो उसका प्रस्ताव बनाकर भेजें। एक मतदान केंद्र पर एक परिवार के सभी सदस्यों का नाम और 2 किमी से अधिक दूरी पर कोई मतदान केंद्र न हो, यह सुनिश्चित करें। एक मतदान केंद्र पर 1500 से अधिक मतदाताओं की संख्या भी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को मतदान केन्द्रों पर बैठक व्यवस्था, बिजली, शौचालय, पीने का पानी और रैंप की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

लंबित आवेदनों का जल्द करें निराकरण

सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के तहत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने नाम जोड़ने, हाटने और संशोधन के लिए प्राप्त हुए आवेदनों का जल्द से जल्द निराकरण करने, मतदाता सूची में दोहरी प्रवृष्टि, फोटोग्राफिकल सिमिलर एंट्री, समान फोटो वाले मतदाताओं की जाँच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रकरण लंबित नहीं होना चाहिए।

अभियान चलाकर जोड़ें महिला मतदाताओं के नाम:

जिन जिलों में जेंडर रेशियो अर्थात पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या कम है, उन जिलों में महिला मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए अभियान चलाएं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा, ऊषा सहित शासकीय विभाग में कार्यरत महिला अधिकारियों-कर्मचारियों की मदद लें।

मतदान प्रतिशत बढ़ाने करें प्रचार-प्रसार

जिन विधानसभा क्षेत्रों में पिछले विधानसभा निर्वाचन-2018 में मतदान का प्रतिशत प्रदेश के हिसाब से कम था। ऐसे विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाताओं को प्रचार-प्रसार के माध्यम से जागरूक करें।

वल्नरेबिलिटी मैपिंग की कार्यवाही महत्वपूर्ण

वल्नरेबिलिटी मैपिंग एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। इसके अंतर्गत 10 से 12 पोलिंग बूथ पर एक सेक्टर अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा। उस अधिकारी द्वारा सेक्टर के तहत आने वाले मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। वोटर्स को मतदान करने में कोई समस्या तो नहीं आ रही है, इन सबकी रिपोर्ट सेक्टर अधिकारी द्वारा दी जाएगी।

बिना नैटवर्क वाले मतदान केंद्रों का करें सत्यापन:

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने शैडो एरिया बिना (नैटवर्क वाले मतदान केंद्रों) को लेकर उप जिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी, सहायक रिटर्निंग अधिकारियों से कहा कि जिन मतदान केंद्रों पर नैटवर्क नहीं है, उसकी जानकारी उपलब्ध कराएं, जिससे बिना नैटवर्क वाले मतदान केंद्रों पर नैटवर्क की वैकल्पिक व्यवस्था कराई जा सके। इस दौरान संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश, भारत निर्वाचन आयोग से आए मास्टर ट्रेनर्स और उप मुख्य निर्वाचन मुख्य पदाधिकारी मध्यप्रदेश उपस्थित रहे।।