सोनभद्र। देश के सबसे पिछड़े जिलों में गिना जाने वाला उत्तर प्रदेश का सोनभद्र अब दुनिया के नक्शे पर अपनी अलग पहचान के साथ सामने आने वाला है।यहां भू-वैज्ञानिकों को दो जगह सोने के अयस्क मिले हैं। लेकिन जिस जगह सोने की खदान होने का पता चला है वहां जहरीले सांपों का बसेरा है। यहां विश्व के सबसे जहरीले सांपों की प्रजातियों में से तीन- रसेल वाइपर, करैत और कोबरा बहुतायत में पाए जाते हैं। बताया जा रहा है कि सोनभद्र जिले के जुगल थाना क्षेत्र के सोन पहाड़ी के साथी दक्षिणांचल के दुद्धी तहसील के महोली विंढमगंज चोपन ब्लाक में काफी संख्या में सांप मौजद हैं। विश्व के सबसे जहरीले सांपों में गिने जाने जाने वाले खतरनाक रसेल वाइपर की प्रजाति प्रदेश के एकमात्र सोनभद्र जिले में पाई जाती है। सोनभद्र के डीएफओ वाइल्ड लाइफ संजीव कुमार ने बताया कि जब वन विभाग से अनापत्ति लेने की प्रक्रिया होगी, उस दौरान हम जांच के बाद बता पाएंगे की इन इलाकों में कितने जहरीले सांपों का डेरा है। उन्होंने बताया कि इससे पहले यहां रसेल वाइपर, कोबरा और करैत प्रजाति के सांप मिल चुके है।