मुंबई। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (MVA) के दो वरिष्ठ नेता इन दिनों आमने-सामने हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार और उद्धव ठाकरे कैंप से राज्यसभा सासंद संजय राउत के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है। संजय राउत ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उस समय जमीन पर थूक दिया था, जब उनसे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और लोकसभा सासंद श्रीकांत शिंदे के उद्धव ठाकरे पर निशाना साधने के बारे में पूछा गया। राउत का यह व्यवहार जूनियर पवार को पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा, ‘राजनीति में बोलते समय सभी को मर्यादा रखनी चाहिए।’
संजय राउत ने भी पलटवार किया है। उन्होंने करीब 10 साल पहले की गई अजीत पवार की टिप्पणी का जिक्र किया, जसिमें एनसीपी नेता ने गांव में खेतों के लिए पानी मांगने वाले एक व्यक्ति के भला-बुरा कहा था। अजीत पवार ने कहा था, “क्या उन्हें बांध में पेशाब करने जाना चाहिए, जिससे कि किसानों को पानी मिल सके।”
संजय राउत ने कहा, थूकना बांध में पेशाब करने से बेहतर है। उद्धव के भरोसमंद यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, ”सलाह देना अच्छी बात है, लेकिन हम पीड़ित हैं और फिर भी हमने अपनी पार्टी के साथ विश्वासघात नहीं किया है। हम अपनी पार्टी के साथ खड़े हैं।” संजय राउत ने कहा, ”भले ही हम समस्याओं का सामना करते हैं, लेकिन हमने अपने दिमाग में भाजपा के साथ हाथ मिलाने के बार में नहीं सोचा।”
अजीत पवार ने संजय राउत के बयान पर कहा कि उनकी आलोचना का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि, एनसीपी नेतृत्व के करीबी लोगों ने कहा कि संजय राउत बार-बार उन पर निशाना साध रहे हैं।