पेरू में ‘अल नीनो’ के मद्देनजर आपातकाल की घोषणा

लीमा
 पेरू सरकार ने अल नीनो के संभावित आगमन के ‘आसन्न खतरे’ के मद्देनजर  देश के 131 जिलों में 60 दिन के आपातकाल की घोषणा की। आधिकारिक राजपत्र ‘एल पेरुआनो’ में प्रकाशित एक सरकारी आदेश के अनुसार, अपुरिमैक, कुस्को, जुनिन और पुनो समेत नौ डिपार्टमेंट के 131 जिलों में आपातकाल लगाया गया है। इस उपाय के तहत आपातकालीन प्रतिक्रिया और पुनर्वास कार्यों को निष्पादित करने के लिए क्षेत्रीय प्रशासनों के साथ ही राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संस्थान (इंडेसी), स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य संस्थानों का आह्वान किया जाता है। इंडेसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नौ डिपार्टमेंट की सरकारों के पास ‘अल नीनो’ के कारण पैदा होने वाली संभावित स्थिति से निपटने के लिए प्रतिक्रिया क्षमता नहीं है, जिससे राष्ट्रीय स्तर की सहायता आवश्यक हो जाती है। गौरतलब है कि ऊष्ण कटिबंधीय प्रशांत के भूमध्यीय क्षेत्र में समुद्र के तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव के लिए उत्तरदायी समुद्री घटना को अल नीनो कहा जाता है। यह दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित ईक्वाडोर, चिली और पेरु देशों के तटीय समुद्री जल में कुछ सालों के अंतराल पर घटित होती है। इससे परिणाम स्वरूप समुद्र के सतही जल का तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है।

यूक्रेन के कई इलाकों में धमाकों की गूंज

कीव
 यूक्रेन के कीव, पोल्टावा, ख्मेलनित्सकी और लविव के क्षेत्रों में रात भर विस्फोटों की आवाज सुनी गई। यूक्रेनी मीडिया ने यह जानकारी दी। देश के डिजिटल परिवर्तन मंत्रालय ने बताया कि तड़के यूक्रेन के अधिकांश हिस्सों में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। विस्फोटों की आवाज कीव, पोल्टावा, ख्मेलनित्सकी, लवीव, ओडेसा, विनित्सिया और चर्कासी के क्षेत्रों में सुनी गई। देर रात हवाई हमले की चेतावनी देश की राजधानी कीव के और खेरसॉन के साथ साथ माइकोलाइव, किरोवोह्रद, चेर्निहाइव, सुमी में दी गयी थी। बाद में रात में जाइटॉमिर, खार्किव और ओडेसा क्षेत्रों के साथ-साथ रिव्ने, खमेल्नित्स्की और विन्नित्सिया के क्षेत्रों में हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई। हवाई हमले के सायरन यूक्रेन के अधिकांश हिस्सों में बजने लगे। गाैरतलब है कि क्रीमिया ब्रिज पर आतंकवादी हमले के दो दिन बाद 10 अक्टूबर से रूस ने यूक्रेनी बुनियादी ढांचे के खिलाफ निरंतर सटीक हमले किए गए थे। इससे पहले फरवरी में यूक्रेनी पावर ग्रिड ऑपरेटर उक्रेनर्गो के प्रमुख ने कहा कि रूसी हमलों के कारण यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को करोड़ों डॉलर का नुकसान हो सकता है, जिसमें अरबों डालर का आर्थिक नुकसान हो सकता है।