किसान की जमीन पर छह साल से चल रहा क्रेशर

अवैध खनन कर करोड़ों बेचा करोड़ों रू. का खनिज, छह साल से अफसरों के चक्कर काट रहा बेबस किसान
भोपाल
खनिज माफिया अशोक शिवहरे बेरसिया तहसील के दिल्लौद में किसान अनूप दुबे की जमीन पर क्रेशर खदान चल रहा है। खदान लीज भूमि के बजाय पास की ही भूमि से  6 पोकलेन मशीन, जेसीबी से दिन रात खनन कर करोड़ों रुपए का खनिज खोद कर बेच दिया। जिसकी शिकायत  किसान पिछले छह साल से तहसील सहित कलेक्टोरेट के चक्कर काटता रहा है। कभी जमीन नपती के नाम पर तो कभी अन्य प्रशासनिक फार्मालिटी का फरमान जारी कर किसान को परेशान किया जाता रहा है। लेकिन अवैध क्रेशर को नहीं हटाया गया।

किसान अनूप दुबे निवासी दिल्लौद बैरसिया ने बताया कि उसकी तेरह एकड़ जमीन है। शराब ठेकेदार अशोक शिवहरे पिता राधेश्याम शिवहरे ने उसकी एक एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा कर खदान खोद दी है। करीब साठ फीट नीचे तक मुरम निकालकर बेची है। छह साल से यहां क्रेशर खदान चलाई जा रही है। किसान का कहना है कि शिवहरे ने क्रशर खदान की परमिशन दूसरी जगह की ली है, जबकि खदान उसकी जमीन पर चलाई जा रही है। सीमांकन में भी किसान की जमीन आई है। एडीएम माया अवस्थी ने मामले की जांच जिला खनिज अधिकारी एसएस बघेल को सौंपी है।

खूद की विस्फोटक मशीन से होता है विस्फोट, भयभीत हैं किसान
किसान अनूप दुबे ने बताया कि खदान में आए दिन भयानक विस्फोट होते हैं जिसकी वजह से किसान जमीन पर न तो खुद काम कर सकता है और न ही मजदूर काम कर सकते हैं। विस्फोट से 200 फीट की उंचाई तक पत्थर हवा में उड़ते हैं और 20-25 किलो के पत्थर पूरे 13 एकड़ के खेतों में बरसते हैं, जिससे हरी भरी फसलों तबाह हो जाती हैं और मवेशी भी घायल हो जातें हैं।

इनका कहना है
किसान की जमीन का सीमांकन करने के बाद खदान मालिक को किसान की भूमि पर भराव करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही किसान को हर्जाना लेने के लिए राजस्व अधिकारियों के पास आवेदन देने का कहा गया है।
अशोक कुमार नागले, प्रभारी
सहायक खनिज अधिकारी, भोपाल