राजनांदगांव । राज्य शासन द्वारा प्रारंभ की गई महत्वाकांक्षी योजना ‘‘नरवा, गरूवा, घुरवा अऊ बाड़ी‘‘ को सफल बनाने में जिला राजनांदगांव संकल्पित है, जिसका मुख्य उद्देश्य गोठान, कृषि, मवेशी एवं महिला समूह को आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करना है एवं प्रत्येक विकासखण्ड के माॅडल गोठान में महिला स्व सहायता समूह को आजीविका गतिविधियों हेतु एक मल्टी एक्टिविटी सेन्टर की स्थापना की जानी है, जहाँ महिला स्व सहायता समूह की महिला सदस्यों द्वारा तार फेंसिंग, सीमेंट पोल, गोबर गमला, चप्पल निर्माण आदि गतिविधियाँ की जावेगी।
इस क्रम में जिला राजनांदगांव के समस्त 09 विकासखण्डों में माॅडल गोठान अंतर्गत महिला स्व सहायता समूह के आजीविका संवर्द्धन हेतु मल्टी एक्टिविटी सेन्टर का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें समूह की महिलाओं द्वारा अपनी स्वेच्छा से विविध प्रकार के उत्पाद जैसे तार फेंसिंग, गोबर गमला व दीया, सीमेंट पोल व चप्पल निर्माण का निर्माण, भण्डारण एवं बिक्री कार्य सुलभता से किया जा सके। इस दिशा में जिले के कलेक्टर, श्री जयप्रकाश मौर्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, श्रीमती तनूजा सलाम के निर्देश एवं मार्गदर्शन में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
शासन के निर्देशानुसार जिला राजनांदगांव द्वारा आज पर्यन्त तक कुल 07 विकासखण्डों (छुरिया व डोंगरगढ़ में प्रक्रियाधिन) में तार फेंसिंग निर्माण यूनिट सफलता से स्थापित किया जा चुका है, जिसमें से 03 विकासखण्डों (राजनांदगांव, छुईखदान एवं डोंगरगाँव) द्वारा तार फेंसिंग निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। गोबर गमला निर्माण हेतु कुल चयनित 18 स्व सहायता समूह की महिलाओं को आरंग रायपुर में 03 दिवसीय प्रशिक्षण दिलाया गया है। 04 विकासखण्डों (खैरागढ़ मानपुर, मोहला एवं राजनांदगांव) में गोबर गमला मशीन क्रय एवं गोबर गमला निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। निर्मित उत्पादों के सुलभ विक्रय एवं बाजार व्यवस्था हेतु छत्स्ड जिला पंचायत, राजनांदगांव की टीम द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से तार फेंसिंग की विक्रय का कार्य किया जा रहा है। विभागीय स्तर पर गोठानों की बाउंड्री घेराव कार्य, हाॅर्टिकल्चर विभाग, वन विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एवं कृषि विभाग से समन्वय कर विक्रय का प्रयास किया जा रहा है। इसी तरह से गोबर गमला हार्टिकल्चर विभाग की नर्सरी, वन विभाग, कृषि विभाग इत्यादि में सप्लाई का प्रयास किया जा रहा है। विकासखण्ड खैरागढ़ के मल्टी एक्टिविटी सेन्टर अंतर्गत चप्पल निर्माण मशीन का क्रय की प्रक्रिया जारी है। आगामी योजना अनुसार मल्टी एक्टिविटी सेन्टर में लोहे से निर्मित फेंसिंग पोल, सीमेंट पोल आदि का निर्माण स्व सहायता समूह की महिलाओं की आजीविका संवर्धन हेतु कराया जायेगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में गठित स्व सहायता समूहों की महिलाओं को उत्पाद निर्माण, भण्डारण एवं मार्केटिंग हेतु एक सुलभ स्थल उपलब्ध कराया जा सके।