भोपाल
प्रदेश में समाज के बीच सकारात्मकता एवं आनंद का वातावरण बनाने के लिए आनंद विभाग द्वारा समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए प्रदेश में 565 आनंद क्लब पंजीकृत किए गए हैं। आनंद क्लब द्वारा जरूरतमंदों को रक्तदान, भोजन एवं सामग्री दान, आपदा में सहयोग, शिक्षा, बालिकाओं को आत्म रक्षा प्रशिक्षण, निराश्रितों की मदद एवं उपचार आदि का भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। आनंद क्लबों से 5 हजार से अधिक सदस्य जुड़ चुके हैं।
राज्य आनंद संस्थान के कार्यक्रम निदेशक सत्य प्रकाश आर्य ने बताया कि स्वयं एवं परिवेश के प्रति जागरूकता बढ़ाकर हम प्रसन्न रह सकते हैं। इससे सामाजिक समरसता और खुशहाली संभव होती है। आनंद क्लब की पहल इस विचार पर आधारित है कि लोगों को पहले स्वयं आनंदमयी जीवन जीने का कौशल सीखना चाहिए। इसका जीवन में अनुसरण कर सामूहिक रूप से क्लब बनाकर अन्य लोगों का जीवन आनंदमय बनाने के प्रयास करना चाहिए। राज्य आनंद संस्थान, आनंद और खुशहाली का वातावरण बनाने के लिये आनंद क्लब गठित करने का कार्य लगातार कर रहा है।
कोई भी व्यक्ति जो आनंदक के रूप में पंजीकृत है वह आनंद क्लब प्रारंभ कर सकता है। आनंदक के रूप में पंजीकृत होने की सुविधा राज्य आनंद संस्थान की वेबसाइट https://www.anandsansthanmp.in/ पर उपलब्ध है। आनंद क्लब का गठन 5 इच्छुक व्यक्ति मिलकर कर सकते हैं।