बिहार में केंद्रीय मंत्री मांझी बोले- संविधान खतरे में होता तो इंडी वाले चुनाव जीतते क्या?

गया.

देश के हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के जैसे-जैसे परिणाम सामने आने शुरू हुए हैं। वहीं नेताओं के प्रतिक्रिया भी आने शुरू हो गया है। इसी क्रम में केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर संविधान खतरे में होता तो विपक्ष चुनाव जीत जाते क्या। उन्होंने कहा कि यह समझना चाहिए कि एनडीए की सरकार डेमोक्रेटिक सरकार है, जो डेमोक्रेसी और संविधान में विश्वास करती है। जब हमलोग जीतते हैं तो आरोप लगाते है कि ईवीएम खराब है। जब वह जीत रहे है तो ईवीएम ठीक हो गया है..? जब उनकी जीत है तो ईवीएम ठीक है? इधर की जीत हो तो ईवीएम खराब है।

केन्द्रीय मंत्री मांझी ने विरोधियों को सलाह देते हुए कहा कि डेमोक्रेसी में विश्वास कीजिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जो डेमोक्रेटिक विचार है। जैसा जनतंत्र को हिंदुस्तान में चला रहे हैं जनता पर विश्वास करें। जनता अगर उनको बहुमत देती है तो उनका हम स्वागत करते हैं। अब यह कहना की संविधान खराब है। संविधान खतरे में है यह गलत है। संविधान खतरे में रहता तो वह चुनाव जीतते क्या.? चिट भी उनका और पट भी उनका। यह चल सकता है। यह नही चल सकता है। जनता का जो निर्णय होगा, वहीं परिणाम होगा, उसे हमसब मानेंगे। पीएम मोदी की सरकार  ठीक से  समय पर चुनाव करा रही है। देश का चुनाव आयोग निरपेक्ष ढंग से बिना किसी भेद भाव के ठीक से चुनाव करा रही है। इस चीज पर उनको विश्वास करना चाहिए और इस बात पर अडग रहना चाहिए कि रिजल्ट चाहे जो भी हो।

कोई व्यक्तिगत विचार नहीं दे सकते हैं
वहीं उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पीछे कहीं वजह पर कहा कि वहां के लोग अगर समझते है कि कांग्रेस की सरकार अच्छी है, तो जनता का निर्णय सही है। इसका विश्लेषण चुनाव के बाद हीं एनडीए के लोग करेंगे। हम उस पर कोई व्यक्तिगत विचार नहीं दे सकते हैं। हरियाणा में जदयू का अच्छा परफोर्मेंस नहीं होने पर कहा कि हो सकता है वहां उनका कोई कार्यक्रम नहीं हुआ होगा। चुनाव लड़ना काम है। चुनाव लड़ें। अखाड़ा में पहलवान कभी हार जाता है इसका मतलब यह नहीं है कि वह पहलवान नहीं है।

यह बात एनडीए सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी
जम्मू में धारा 370 पर कहा कि यह भारत के लोगों को देखना चाहिए कि कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाएंगे और ऐसी सरकार को अगर वहां के लोग जीत देते हैं तो यह हमारे संघात्मक ढांचे पर एक खतरा है। इस खतरा को एनडीए के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर कश्मीर की बात आएगी तो हर तरह से वहां से निपटेंगे। जीत हो जाएगी तो यह अलग बात है। हम यह समझते है कि ऐसा उनलोग भी नहीं करेंगे। आज धारा 370 हटने के बाद वहां पर चुनाव हो रहा है। अगर हस्तक्षेप करते तो चुनाव जीत जाते क्या..? एनडीए जनतांत्रिक तरीके से काम कर रही है। इस पर भरोसा करना चाहिए। 370 धारा हटने से से कश्मीर को फायदा हीं हुआ कोई घाटा नही हुआ है। अब किन तबके के लोग उनको वोट दे रहे है। जिसमे वह अभी आगे हो गए है। निरीह और गरीब लोग है जिनका आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा था। वह लोग पीछे पड़ रहे है। बहुमत तो है किसी तरह वोट नहीं दे पाए हैं या उनकी बात नहीं चली इसका मतलब है कि उनपर जो बहुमत है बहुमत के आधार पर गरीब लोगों को मसलेंगे। भारत की सार्वभौमिकता से कोई खिलवाड़ करेंगे तो एनडीए सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।

70% जमीन पर कब्जा राजद के लोगों का हैं
बिहार सीएम नीतीश कुमार को भारत रत्न देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने भी समर्थन किया है। नीतीश कुमार ने सभी मोर्चे पर अच्छा काम किए है। लेकिन, भूमि सुधार का काम ठीक नही है। जिसको वास्तिगत जमीन का पर्चा,भूदान का पर्चा मिला है, सीलिंग का परवाना मिला है। बिहार सरकार के 70% जमीन पर कब्जा राजद के लोगो का हैं। यह विधानसभा में भी कहा था। इस काम को अगर ठीक ढंग से निपटाइये तो हम भी भारत रत्न की प्रशंसा करेंगे। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के द्वारा सरकारी बंगला खाली करने के दौरान सोफा और नल की टोटी ले जाने पर उन्होंने कहा कि अब यही सोचा जा सकता है कि संपति और धन से कितना उन लोगों लोलुपता है। रेलवे में रहकर उनके पिता लालू यादव ने करोड़ो अरबों का जमीन खरीद लिया था। इसपर केस चल रहा है और यह तो हद हो गया कि सरकारी बंगला में उनके पिता की संपति नहीं थी। सरकार की संपति लगाई गई थी जो उखाड़कर ले गए हैं, यह घृणित कार्य है, इसकी आलोचना करते हैं।

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