उज्जैन
महाकाल मंदिर में अंदर से लेकर बाहर तक सुरक्षा की कमान होमगार्ड जवानों के हाथ में रहेगी। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने डेढ़ माह पहले इसके निर्देश दिए थे। इसके बाद होमगार्ड मुख्यालय ने जवानों के 480 पद स्वीकृत करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है।
छह माह होगी भर्ती
कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद लगभग छह माह इन पदों को भरने में लगेंगे। इसके अतिरिक्त हर जिले में पुलिस बैंड के लिए 800 होमगार्ड जवानों की भर्ती का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। महाकाल मंदिर में सुरक्षा की जिम्मेदारी अभी होम गार्ड जवानों के अतिरिक्त निजी एजेंसी के हाथ में है। इसमें अधिकतर सुरक्षाकर्मी निजी एजेंसी के हैं। अब पूरी सुरक्षा व्यवस्था होमगार्ड जवानों को सौंपी जानी है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सरकार का अच्छा नियंत्रण हो सके।
होमगार्ड जवानों की भर्ती
डीजी होमगार्ड अरविंद कुमार ने बताया कि होमगार्ड जवानों की संख्या कम होने के कारण दूसरी जगह से उन्हें महाकाल में पदस्थ नहीं किया जा सकता, इसलिए अतिरिक्त पदों पर भर्ती की जा रही है। मुख्यमंत्री ने हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना के लिए भी इसी वर्ष जनवरी में कहा था। उनके निर्देश पर एसएएफ के जवानों को बैंड का प्रशिक्षण दिया गया है, पर स्थायी व्यवस्था के लिए होमगार्ड जवानों की भर्ती की जा रही है।