खुशियों की दास्तां
उमरिया
मानपुर के बम्हनगवा से नीरज पांडेय के नेतृत्व में युवाओ का जत्था मैहर जिला सतना की शारदा माई के दर्शन के लिए मैहर धाम पहुंच चुके है , जहां पर उन्होने माता के दर्शन किए । विदित हो कि 80 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके शारदा माई के धाम पहुंचे और माता के दर्शन किए । विदित हो विगत 13 वर्षाे से युवा पैदल सफर तय करके शारदा माई के दर्शन करने जा रहे है।
नीरज पांडे से प्रेरित होकर इस बार 50 की संख्या पर युवा हाथ में ध्वज लेकर पैदल यात्रा तय की । नीरज पांडे द्वारा बताया गया कि हम निरंतर 13 वर्षों से शारदीय नवरात्र में पैदल चलकर माई के दर्शन करने जाते हैं और इस बार भी मां का सहारा लेकर घर से निकले है । माता के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ते हैं, और जहां पर शाम हुई तो डेरा जमाकर विश्राम करते हैं। स्वयं भोजन पकाते हैं और प्रसाद स्वरूप ग्रहण आगे की यात्रा की तैयारी में जुट जाते हैं।
श्री पांडे द्वारा बताया गया कि भगवती मां शारदा को विद्यादात्री माना जाता है। ब्रह्म परमेश्वरी मां शारदा के शरीर का रंग कुंद पुष्प तथा चंद्रमा के समान धवल है और उनका वाहन हंस है। वे चार भुजाओं वाली हैं, जिनके एक हाथ में वीणा, दूसरे में पुस्तक, तीसरे में माला है मां के दर पर जो भी अपनी अर्जी लगाने आता है उसकी अर्जी स्वीकार होती है मनवांछित फल मिलता है ।