कॉफी या कैफीन पीने से हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद

अगर आप भी फ़ुटबॉल प्रेमी हैं तो आपके लिए न्यूज़ है। आपके पोर्टफोलियो में दो से तीन कप पोर्टफोलियो आपकी सेहत के लिए काफी बढ़िया हो सकते हैं। इससे आपके दिल की बीमारी, मेटाबॉलिक थेरेपी जैसी बीमारी का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। ऐसा हम नहीं बल्कि इससे जुड़ी हैं सुपरमार्केट स्टोर्स।

हाल ही में जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्राइनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में एक नया अध्ययन प्रकाशित किया गया है, जिसमें कैफीन और कैफीन के नियमित सेवन से कई हृदय संबंधी और संरचनात्मक विकारों से बचाव किया जा सकता है।

अध्ययन में पाया गया कि जो लोग पुराने जमाने के रूप से फोटोशूट करते हैं या कैफीन का सेवन करते हैं, खासकर मॉड्रेट अमाउंट में, उन्हें मल्टीपल कार्डियोमेटाबोलिक रोग (सीएम) होने का खतरा कम ही होता है, जिसका मतलब है एक बार में कम से कम दो हृदय या मेटाबॉलिक समस्या होना।

अगर आसानी से कार्डियोमेटाबोलिक रोग से जुड़ा एक ऐसा कंडीशन है जिसमें दिल से जुड़ा, मेटाबॉलिज्म से जुड़ा और कई अलग-अलग तरह के प्रभाव शामिल हैं। कार्डियोमेटाबोलिक रोग के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं: दिल का दौरा, स्ट्रोक, मधुमेह या मधुमेह, स्टेरॉयड रेस्टिस्टेंस, नॉन-अल्कोहल क्रोमियम, उच्च रक्तचाप के दौरे और सार्करी प्लाज्मा रोग।

​मॉड्रेट अमाउंट में कैफीन के कई सारे फायदे हैं, जिससे हार्ट, लिवर स्वस्थ रहता है।

कैफीन के सेवन से मूड ताज़ा रहता है।
चॉकलेट में पॉलीफेनोल्स के साथ-साथ मैग्नेशियम और पोटेशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो दिमाग के लिए काफी अच्छे होते हैं। इससे लगातार बढ़ोतरी होती है और अवसाद का खतरा भी कम होता है।
फुला अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी न्यूरोडिजेनर एक्टिविटी के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।
फुलाए से आप एनर्जी मिल सकते हैं और आप पूरा दिन अपने टैरोताजा से ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं।
कॉफी के सेवन से किडनी स्टोन का खतरा भी कम हो सकता है।

आख़िरकार में किस कप का सेवन करना सही है?

बाकी में आप 200-300 कोल्ड कैफीन का सेवन कर सकते हैं यानी आप 2 से 3 कप कॉफी पी सकते हैं। आप अपने टेस्ट को ध्यान में रखते हुए ब्लैक या दूध वाली फूलापी पी सकते हैं। ध्यान रखें इसका अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए फुलाप्पे में अधिक चीनी न रखें।

हालाँकि, फूलो की मात्रा व्यक्ति के स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है। अगर कोई मेडिकल कंडीशन है तो बेहतर है कि कैफीन या कॉफी की मात्रा डॉक्टर से लेकर डॉक्टर तय की जाए।

अधिक मात्रा में कॉफी पीने से होने वाले नुकसान की भी कोशिश की जाती है कि रात को कॉफी पीने से नींद न आने की समस्या हो सकती है।
अधिक मात्रा में कॉफी पीने से, सीने में जलन या पेट में जलन का खतरा बढ़ सकता है।
डीहाइड्रेशन का जोखिम हो सकता है।
कई लोगों को अधिक शराब पीने से सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
कैफीन के अधिक सेवन से दिल की दर बढ़ सकती है या एंग्जायटी की समस्या हो सकती है अध्ययन के बाद इसमें कोई शक नहीं है कि कैफीन स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, लेकिन किसी भी चीज के अधिक सेवन से शरीर को फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है। है. इसलिए सबसे बेहतर है कॉफी के सेवन के दौरान इसकी मात्रा पर भी ध्यान दें। साथ ही सही समय का भी पूरा ध्यान रखें ताकि फायदे न मिलें और नुकसान न हो।

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