रायपुर। बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के गिरौदपुरी धाम में प्रतिवर्ष लगने वाले तीन दिवसीय गुरूदर्शन मेले का आयोजन 24 से 26 फरवरी 2023 तक किया जायेगा। आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में जगतगुरू गुरू गद्दीनशीन विजय कुमार गुरू की अध्यक्षता में गिरौदपुरी मेला आयोजन समिति की आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में मेले के आयोजन की तिथि का निर्धारण किया गया। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार, राज राजेश्वरी कौशल माता, राजमहंत गण सहित कलेक्टर रजत बंसल, एसपी दीपक झा सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
बैठक के दौरान मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। उनके लिए बुनियादी सुविधाओं का बेहतर इंतजाम करना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है। सभी विभाग आपसी ताल-मेल के साथ काम करें और इस बड़े आयोजन को सफल बनाने में अपना सहभागिता निभाएं। उन्होंने मंदिर परिसर एवं गुरू घासीदास जन्मस्थली में पुराने जैतखाम की जगह मेला आयोजित होने से पूर्व नवीन जैतखाम बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में लाखों दर्शनार्थियों के मेले में समागम को देखते हुए तैयारियों के संबंध में व्यापक विचार-विमर्श करते हुए मेले के सफल आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में विजय कुमार गुरू ने भी अपने विचार एवं सुझाव रखें। कलेक्टर रजत बंसल ने बैठक की कार्यवाही का संचालन करते हुए मेले के लिए प्रस्तावित की गई व्यवस्था की विस्तृत जानकारी दी। मेले की तमाम व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कसडोल एसडीएम भूपेंद्र अग्रवाल को मेला अधिकारी एवं सह-मेला अधिकारी टुण्डरा तहसीलदार चित्रलेखा चन्द्रवंशी को नियुक्त किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था में उन्हें सहयोग प्रदान करने के लिए राज्य स्तर से डिप्टी कलेक्टरों एवं सँयुक्त कलेक्टरों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा गया है। मेले में आने वाले दर्शनार्थियों के लिए पेयजल एवं निस्तारी जल की पर्याप्त इंतजाम रहेगी।
कलेक्टर बंसल ने बताया कि मेला स्थल पर स्थापित 30 लाख, 8 लाख एवं 75 हजार लीटर क्षमता के टैंक को साफ कराकर पानी भरना प्रारंभ हो गया है। मंदिर परिसर, महराजी, छातापहाड़ एवं पंच कुण्डीय में अलग से पानी टंकी की व्यवस्था रहेगी। मेले में तीनों दिन पानी की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। मेला में आये दर्शनार्थियों के लिए रियायती दर पर दाल-भात केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। मेले में प्लास्टिक के सामान में भोजन एवं अन्य सामग्री परोसने पर प्रतिबंध रहेगा। दोना पत्तल एवं लकड़ी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा। मेला स्थल में दुकानों के आवंटन के लिए एक समिति बनाई गई है। मेला स्थल के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। मेले के आयोजन के दौरान गिरौदपुरी धाम के 10 किलोमीटर की परिधि में कोई भी अवैध शराब दुकान का कारोबार नहीं होगा। इसके लिए आबकारी एवं पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं। पान, गुटखा एवं बीड़ी का विक्रय पर भी प्रतिबंध रहेगा। इस अवसर पर राजमहंतों और आयोजन समिति के सदस्यों ने भी अपने-अपने मेले के व्यवस्थित आयोजन के लिए सुझाव दिए। इस अवसर पर एसपी दीपक झा, जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।