रायपुर। सरकारी संस्थान में किडनी प्रत्यारोपण कराने का इंतजार कर रहे मरीजों के लिए अच्छी खबर है। राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू हो गई है। एम्स में पहला किडनी प्रत्यारोपण किया गया। कबीरधाम के रहने वाले 27 वर्षीय युवक को उसकी मां की किडनी प्रत्यारोपित की गई। रोगी की हालत स्थिर है और उसे अगले एक सप्ताह तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा। बता दें यह आपरेशन चार घंटे चला। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी उपचार निश्शुल्क प्रदान किया गया है।
एम्स के निदेशक प्रो. (डा.) नितिन एम नागरक ने इसे प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक नई शुरूआत बताया। उनका कहना है कि इससे रीनल ट्रांसप्लांट की दिशा में महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है। गौरतलब है कि प्रदेश में अभी राजधानी के केवल बड़े निजी अस्पतालों में किडनी ट्रांसप्लांट हो रहा है। इसमें मरीजों को आयुष्मान भारत योजना से लाभ मिलता है। डीकेएस सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल में अगले साल किडनी ट्रांसप्लांट शुरू होने की संभावना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी तैयारी शुरू करने को कहा है। डीकेएस में नेफ्रोलॉजिस्ट के साथ यूरो सर्जन भी हैं, जो ट्रांसप्लांट के लिए जरूरी है। साथ ओटी भी है, जिसमें ट्रांसप्लांट किया जा सके।
बता दें हाल ही में हुई बैठक में स्वास्थ्य सचिव आर. प्रसन्ना ने डीकेएस में किडनी ट्रांसप्लांट जनवरी से शुरू करने के निर्देश दिए थे। आयुष्मान योजना के तहत बीपीएल मरीजों को पांच लाख रुपए तक निश्शुल्क इलाज मिलता है। जबकि, सरकार ने किडनी ट्रांसप्लांट के लिए साढ़े चार लाख रुपए पैकेज तय किया है। एम्स में इसी पैकेज पर ट्रांसप्लांट किया गया है। जिन मरीजों के पास पांच लाख रुपए निश्शुल्क इलाज की सुविधा नहीं है, उनका भी निजी अस्पतालों की तुलना में कम खर्च पर ट्रांसप्लांट होगा।
लखनऊ की टीम का मिला साथ
संजय गांधी पीजी इंस्टीट्यूट के प्रो. (डा.) एमएस अंसारी के निर्देशन में डा. संजाय कुमार सुरेका, डा. पुनीथ कुमार केएम, डा. मानस रंजन पटेल, डा. दिव्या श्रीवास्तव और एम्स रायपुर के डा. अमित शर्मा, डा. दीपक बिस्वाल, डा. सत्यदेव, डा. विनय राठौर, डा. रोहित, डा. नरेंद्र बोधे, डा. सुब्रत, डा. मयंक और डा. जितेंद्र की टीम ने किडनी का प्रत्यारोपण किया। नर्सिंग और तकनीकी सहायता विजय कुमार, प्रेरणा गौरव, विशोक, रीना कुरीयाकोसे, अंबे पटेल और विनिता पटेल ने प्रदान की।