रायपुर। कृषि और उद्योग के क्षेत्र में तकनीकी हस्तांतरण सहित विभिन्न संभावनाओं पर क्यूबा के राजदूत श्री आस्कर जे. मार्टिनर कार्डोस और वियतनाम के पूर्व राजदूत श्री ग्यूयेनवान ह्यून से छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल ने विस्तृत विचार-विमर्श किया। प्रतिनिधिमंडल में मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, योजना आयोग के सदस्य श्री के. सुब्रमणयम, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटिल और राज्य प्रगतिशील कृषक एवं समाजसेवी शामिल थे। उल्लेखनीय है कि क्यूबा के राजदूत और वियतनाम के पूर्व राजदूत श्री ग्यूयेनवान ह्यून राजधानी रायपुर में आयोजित किए जा रहे तीन दिवसीय अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता सम्मेलन में शामिल होने रायपुर आए है।
छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल ने क्यूबा के राजदूत श्री मार्टिनर कार्डोस से चर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य के गठन एवं इसके बाद राज्य में हुए विकास कार्यों की जानकारी दी। श्री कार्डोस ने क्यूबा की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने क्यूबा में कृषि, पशुपालन, जैविक खेती और औद्योगिक क्षेत्र में हुई प्रगति के बारे में बताया। चर्चा के दौरान अनेक ऐसे क्षेत्र जिनमें क्यूबा से जैविक खेती, कृषि कार्यों में पशुओं का उपयोग एवं औद्योगिक क्षेत्र में हुई प्रगति के आधार पर तकनीकी हस्तांतरण की संभावनाओं पर विचार-विर्मश किया।
वियतनाम के पूर्व राजदूत श्री ग्यूयेनवान ह्यून से वियतनाम के कृषि उद्यानिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, मछलीपालन निर्यात, उद्योग, रोजगार के अवसर आदि पर चर्चा की गई। इस दौरान वियतनाम और छत्तीसगढ़ राज्य के साथ सहयोग की संभावनाओं वाले क्षेत्रों पर भी विचार-विर्मश किया गया। श्री ग्यूयेनवान ह्यून ने छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल को वियतनाम आकर संबंधित क्षेत्रों के उद्यमियों से चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया। जिससे दोनों पक्षों को लाभ मिल सकें। उन्होंने बौद्ध धर्म से संबंधित पर्यटन स्थलों की जानकारी देते हुए और पर्यटन उद्योग से होने वाले आर्थिक लाभ के बारे में विस्तार से बताया। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें छत्तीसगढ़ के बौद्ध धर्म के पर्यटन स्थल की जानकारी देते हुए इस क्षेत्र में सहयोग के लिए नई संभावनाओं पर चर्चा की।