कोण्डागांव। राज्य शासन की मंशानुरूप जिले के अंतर्गत असर्वेक्षित एवं वन ग्राम से घोषित राजस्व ग्रामों का राजस्व सर्वेक्षण करने संबंधी कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। इस दिशा में असर्वेक्षित एवं वन ग्राम से घोषित 52 राजस्व ग्रामों में से 19 ग्रामों का राजस्व सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अब उक्त सभी 19 ग्राम राजस्व ग्राम होंगे।
कलेक्टर दीपक सोनी के निदेर्शानुसार जिले में राजस्व सर्वेक्षण के लिए चिन्हीत कुल 52 ग्रामों के सर्वेक्षण हेतु प्राथमिकता निर्धारित कर कार्य किया जा रहा है। अब तक 19 ग्रामों का सर्वेक्षण पूर्ण कर अंतिम प्रकाशन किया गया है। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार अंतिम प्रकाशन के एक माह अवधि तक आमंत्रित दावा-आपत्ति का निराकरण के पश्चात् कोण्डागांव तहसील के मथनीबेड़ा, कोटेलबेड़ा, मरवाबेड़ा, डोंगरसिलाटी, काकराबेड़ा, हंगवा एवं मेड़पाल, माकड़ी तहसील के जोंधरा, गागड़ा, अमरावती, देउरबाल, किरमारी, तुरेर्बेड़ा, तुमबेड़ा एवं बेलगांव, केशकाल तहसील के नालाझर, फरसगांव तहसील के सदाड़ी एवं बोरगांव तथा बड़ेराजपुर तहसील के मानिकपुर इन सभी 19 ग्रामों का कम्प्यूटरीकृत नक्शा तैयार कर राज्य शासन को प्रेषित कर दिया गया है। राज्य शासन द्वारा सर्वेक्षण एजेंसी आईआईटी रूड़की के माध्यम से अनुमोदित नक्शा को एनआईसी के जरिये भुंईया पोर्टल पर अपलोड कराया जायेगा और ये सभी 19 ग्राम राजस्व ग्रामों में शामिल हो जायेंगे। वहीं 08 ग्रामों का नक्शा-खसरा एवं अधिकार अभिलेख ईत्यादि का अंतिम प्रकाशन किये जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके साथ ही शेष ग्रामों में भी आईटीआई रूड़की के निर्देशन में राजस्व सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। जिले में उक्त 52 ग्रामों के अतिरिक्त अन्य राजस्व ग्रामों में राजस्व सर्वेक्षण कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है। कोण्डागांव जिले में कैडेस्ट्रल नक्शा उपलब्ध ग्रामों की संख्या 486 है, जिसका आयुक्त भू-अभिलेख छत्तीसगढ़ के निदेर्शानुसार जियो रिफ्रेंसिंग भी किया जा रहा है।