मुंबई
ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी Hyundai की भारतीय यूनिट हुंडई मोटर्स इंडिया देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ (India's Largest IPO) लाने जा रही है. ऑटो कंपनी ने सेबी (SEBI) के पास ड्रॉफ्ट पेपर जमा कराए थे और अब इसे मार्केट रेग्युलेटर की मंजूरी मिल गई है. कंपनी का प्लान IPO के जरिए भारतीय शेयर बाजार से 3 अरब डॉलर (करीब 25000 करोड़ रुपये) के बराबर रकम जुटाने का है. इससे पहले देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने का ताज भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी (LIC) के पास है.
अब तक LIC के नाम पर है रिकॉर्ड
भारतीय आईपीओ मार्केट के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा इश्यू लाने का रिकॉर्ड LIC के नाम पर है. एलआईसी ने साल 2022 में 2.7 अरब डॉलर जुटाने के लिए आईपीओ पेश किया था. लेकिन ये रिकॉर्ड अब टूटने जा रहा है, क्योंकि ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी हुंडई मोटर्स आईपीओ (Hyundai Motors India IPO) लेकर आ रही है. इसे मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है, इसके बाद हुंबई आईपीओ के जल्द लॉन्च होने का रास्ता साफ हो गया है और इसके अगले महीने अक्टूबर 2024 में ओपन होने की उम्मीद है.
नए शेयर जारी नहीं करेगी हुंडई मोटर्स
हुंडई मोटर्स इंडिया के आईपीओ को लेकर रॉयटर्स की पहले जारी की गई रिपोर्ट्स पर गौर करें, तो SEBI के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हियरिंग प्रॉस्पेक्टर (DRHP) के मुताबिक, Hyundai Motor नए शेयर नहीं जारी करेगी. साउथ कोरियाई मूल की कंपनी पूर्ण स्वामित्व वाली यूनिट में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा 'ऑफर फॉर सेल' के माध्यम से रिटेल और अन्य निवेशकों को बेचेगी, यानी हुंडई मोटर्स का आईपीओ पूरी तरह से OFS इश्यू होगा. इसके तहत प्रमोटर्स 10 रुपये के फेस वैल्यू पर 14.2 करोड़ शेयरों की बिक्री करेंगे.
दो दशक बाद ऑटोमेकर कंपनी का IPO
पैसेंजर व्हीकल सेल्स वॉल्यूम के आधार पर Hyundai Motors India कंपनी वित्त वर्ष 2024 में मारुति सुजूकी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. मारुति सुजूकी का मार्केट कैप 48 अरब डॉलर के करीब है. मारुति सुजुकी का आईपीओ 2003 में आया था. ऐसे में 20 साल बाद भारत में किसी ऑटो मेकर कंपनी का आईपीओ आ रहा है और इसका साइज देश में अब तक पेश किए गए सबसे बड़ी आईपीओ से भी ज्यादा है. वहीं आईपीओ के जरिए हुंडई मोटर इंडिया 18 से 20 अरब डॉलर के बीच वैल्यूएशन पाने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
17.5% हिस्सेदारी बेच सकती है कंपनी
अमेरिका और साउथ कोरिया के बाद Hyundai भारत में सबसे ज्यादा रेवेन्यू जनरेट करती है. IPO लाकर ये कंपनी कैपिटलाइजेशन को बढ़ा सकती है. साथ ही मार्केट में तेजी से अपनी क्षमता का विस्तार कर सकती है. DHRP के मुताबिक, कोरियाई कंपनी, हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड में अपनी 17.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है. हुंडई ने पब्लिक मार्केट में एंट्री को आसान बनाने और इसे सफल बनाने के लिए कोटक महिंद्रा, सिटीबैंक, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन और एचएसबीसी जैसे निवेश बैंकों को शामिल किया है. सेबी के अप्रूवल के बाद अब जल्द कंपनी Hyundai IPO का प्राइस बैंड और अन्य डिटेल शेयर कर सकती है.