पाठशाला अपनी दुर्दशा पर रो रहा है कौन देगा ध्यान

मूलभूत समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने लगाई पुकार
टीकमगढ़।
मध्य प्रदेश सरकार भले ही शिक्षा को लेकर लाखों दावे करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है हम आपको बता दें कि यहां पर टीकमगढ़ जिले केफ विकासखंड पलेरा के अंतर्गत ग्राम पंचायत निबोरा के बरकछार गांव में शिक्षा को लेकर खेल खेला जा रहा है यहां पर टीचरों की मनमानी देखने को मिली है शासकीय प्राथमिक पाठशाला बरकछार में न तो समय पर स्कूल खुलता है और ना ही समय पर बंद होता है यहां पर टीचरों की मनमानी देखने को मिली है हमारे पत्रकार जब 2:30 बजे स्कूल की ग्राउंड करने गए वहां पर ना तो टीचर मिले और ना ही बच्चे मिले गांव के बृजेंद्र सिंह चंदेल का कहना है कि यहां पर कभी 12:00 बजे स्कूल खुलता है और 1:00 बजे बंद हो जाता है कभी 11:30 बजे स्कूल खुलता है कभी-कभी स्कूल नहीं खुलता है और कुछ बच्चों ने भी बताया है कि स्कूल कभी भी समय पर नहीं खुलता है उस स्कूल में करीब 25 बच्चे हैं और 2 टीचर हैं 25 बच्चों का भविष्य अंधकार में धकेल ते हुए दिखाई दे रही हैं एक तो 2 सालों से निरंतर करुणा महामारी के कारण स्कूल बंद रहे जिससे बच्चों की शिक्षा को लेकर शिक्षा का स्तर गिर चुका है दूसरी ओर ए टीचर स्कूलों को सही समय से ना खोलने की कारण बच्चों के भविष्य के साथ खेल खेला जा रहा है और स्कूल में साफ-सफाई को लेकर काफी गंदगी पड़ी हुई है इस पर नाथू शासन की नजर है और ना ही प्रशासन की नजर है अब देखना यह है कि इस खबर को वायरल करने से शासन प्रशासन की नींद खुलती है या नहीं खुलती है

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