मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने पर्दे अभी तक एक से एक अलग किरदारों को उकेरा है. उनकी शानदार एक्टिंग के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है. अब दिव्या ने हाल ही में एक इवेंट में बातचीत के दौरान उस सीन का जिक्र किया जिसने उन्हें भीतर तक प्रभावित कर दिया था. ये सीन मैरिटल रेप का था. दिव्या ने बताया कि वो इस सीन को शूट करने के बाद बुरी तरह से टूट गई थीं.
जश्न-ए-रेख्ता के दौरान दिव्या दत्ता ने अपनी प्रोफेशनल लाइफ और शूटिंग अनुभवों के बारे में लोगों से बात की. दिव्या दत्ता ने कहा, कुछ समय पहले, मैं एक फिल्म की शूटिंग कर रही थी. जिसमें एक मैरिटल रेप का सीन शूट करना था. जब हम ऐसे सीन शूट करते हैं तो डायरेक्टर, एक्टर और सभी क्रू मेंबर काफी संवेदनशील होते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि यह सही से हो. सब कुछ ध्यान में रखा जाता है. दिव्या ने कहा, इस सीन को करने के बाद मैं अंदर से काफी टूट गई थी. जब मैं घर गई तो काफी ज्यादा रोई. उस रेप सीन का मुझ पर काफी गहरा प्रभाव पड़ा था.
दिव्या कहती हैं, जब मैं बलात्कार के मामलों के बारे में पढ़ती हूं. तो मुझे काफी गुस्सा आता है और असहाय महसूस करती हूं. मुझे क्या करना चाहिए, क्या मुझे सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा व्यक्त करना चाहिए? क्या यही एक समाधान है? क्या हम केवल हैशटैग बन कर नहीं रह गए हैं?
बलात्कार पर बात करते हुए दिव्या का कहना है कि भारतीय कानून को इस पर सख्त होना चाहिए. जिसके साथ ही साथ माता-पिता को अपने लडक़ों को सही बर्ताव करना सीखाना चाहिए.
दिव्या ने कहा, जब मैं सोशल मीडिया पर किसी लडक़ी को मार खाते देखती हूं तो बहुत धक्का लगता है. लडक़ी की मदद करने के बजाए उसे पीटा जा रहा है. उसके साथ बदत्तमीजी की जा रही है. हम सभी को व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने की जरूरत है. जब भी हमारे आस पास ऐसी कोई गलत चीजें हो तो हमें उस पर ऐक्शन लेना होगा.
दिव्या का कहना है, उन्होंने कई बार ऐसा किया भी है. जब भी मैं अपने आस पास किसी भी पुरुष को किसी भी महिला को परेशान करते हुए देखती हैं तो वो इस पर प्रतिक्रिया देती हैं. इससे किसी को भी आपत्ती हो सकती है. लेकिन मैं ऐसा करती रहुंगी. साथ ही हर किसी को ऐसा करना चाहिए.