चंडीगढ़। पंजाब के कारण दिल्ली में प्रदूषण (Delhi Air Pollution) बढ़ने के आरोपों के बीच राज्य में पराली जलाने (Parali Burning) की घटनाओं का आंकड़ा 17 हजार के पार हो गया है. राज्य में बीते 1 नवंबर को 1,842 खेतों में आग लगाई गई, जिससे पराली जलाने के मामलों की संख्या 17,846 हो गई है, जबकि 2021 में इसी दिन 14,920 पराली जलाने के मामले सामने आए थे. आग लगाने की घटनाओं में मुख्यमंत्री भगवंत मान का जिला संगरूर सबसे ऊपर है. लगातार पराली जलाने के मामलों से राज्य की हवा की गुणवत्ता भी खराब हुई है. बीते दिन लुधियाना में एक्यूआई 299 था, उसके बाद पटियाला (240) और अमृतसर (194), जबकि खन्ना और जालंधर में 173 का एक्यूआई दर्ज किया गया था।
आग लगने पर नहीं किया गया एक भी चालान
संगरूर में बीते मंगलवार को 345 खेत में आग लगने के मामले सामने आए हैं. मुक्तसर जिले में 31 अक्टूबर तक पराली जलाने के 289 मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन कोई चालान नहीं किया गया है. मुख्य कृषि अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने कहा कि गांवों में दौरा करके विभाग मामलों का सत्यापन कर रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पिछले वर्षों की तुलना में हवा की गुणवत्ता बेहतर थी. 1 नवंबर, 2020 को पंजाब में 3,560 खेत में आग लगी, जबकि 2021 में इसी तारीख को 1,796 आग लगी थी।