सोलिंगन.
पश्चिमी जर्मनी के सोलिंगन में एक उत्सव के दौरान चाकू से किए गए हमले मामले में एक नया मोड़ आया है। एक 26 साल के शख्स ने कबूल किया है कि इस हमले में उसका हाथ था। वहीं, इससे पहले पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था। हालांकि, साफ नहीं हुआ है कि यह वही संदिग्ध है या कोई अन्य। इससे पहले इसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
जर्मनी की पुलिस ने कहा कि 26 वर्षीय एक युवक ने कबूल कर लिया है कि चाकू से किए गए जानलेवा हमले में उसका हाथ है। बता दें, इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और आठ लोग घायल हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमला शुक्रवार शाम (स्थानीय समयानुसार) केंद्रीय चौक फ्रोनहोफ पर हुआ था। हमलावर ने राहगीरों पर चाकू से हमला किया था और बाद में फरार हो गया था। हमला तब हुआ जब सोलिंगन अपनी स्थापना की 650वीं वर्षगांठ मना रहा था।
पुलिस संदिग्ध को दिनभर ढूंढती रही
हर्बर्ट रूल ने जर्मन टीवी को बताया कि जिस संदिग्ध को पुलिस दिनभर ढूंढ रही थी, उसे पकड़ लिया गया है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह पहले से गिरफ्तार लोगों की बात कर रहे थे या किसी नए शख्स के बारे में। रूल ने आगे बताया कि पकड़े गए व्यक्ति पर अपराध में शामिल होने का सबसे अधिक संदेह है और सबूत मिले है। मंत्री ने आगे कहा, 'मैं इसे समय थोड़ा राहत महसूस कर रहा हूं। न केवल हमारे पास इस व्यक्ति से संबंधित एक सुराग था, बल्कि हमें सबूत भी मिले हैं।' जर्मनी की समाचार पत्रिका ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध के कपड़े गंदे और खून से सने थे।
इस्लामिक स्टेट का सिपाही बताया
इस्लामिक स्टेट समूह ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए शनिवार को हमलावर को इस्लामिक स्टेट का सिपाही बताया। कहा कि हमलावर ने फलस्तीन और दुनिया के अन्य हिस्सों में मुसलमानों के साथ कि गए दुर्व्यवहार के प्रतिशोध में ईसाइयों को निशाना बनाया। हालांकि, इन दावों को सत्यापित नहीं किया जा सका है।