राजनंदगांव.
संस्कारधानी नगरी के हृदय स्थल में स्थापित सत्यनारायण मंदिर हिंदू संस्कृति के समस्त त्योहारों को बड़ी श्रद्धा भक्ति के साथ धूमधाम से बनाए जाने के केंद्र के रूप में प्रतिष्ठित है। वर्ष भर विभिन्न धार्मिक उत्सव सार्वजनिक तौर पर मनाए जाते हैं। जन्माष्टमी महोत्सव पर मंदिर को भव्य स्वरूप में सजाने की परंपरा है। प्रतिवर्ष भादवा कृष्ण अष्टमी को मंदिर के गर्भ ग्रह के साथ ही पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक साज सजावट कर भगवान सत्यनारायण का अलौकिक दरबार सजाया जाता है। अखंड ब्रह्मांड नायक भगवान राधा कृष्ण झूले में विराजमान होते हैं। इस वर्ष 26 अगस्त को जन्माष्टमी महोत्सव के उपलक्ष में मंदिर को आकर्षक स्वरूप में सजाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है।
सत्यनारायण मंदिर समिति के अध्यक्ष अशोक लोहिया, सचिव सुरेश अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष हरीश अग्रवाल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस वर्ष जन्माष्टमी महोत्सव पर मंदिर परिसर को भव्य स्वरूप में सजाने का कार्य पिछले दो दिवस से प्रारंभ है। मंदिर समिति के उत्सव प्रभारी लक्ष्मण लोहिया, राजेश शर्मा, श्याम खंडेलवाल एवम पवन लोहिया सजावट व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु जुटे हुए हैं। 26 अगस्त को सुबह 7 से मध्य रात्रि तक भगवान के अलौकिक श्रृंगार का दर्शन भक्तगण प्राप्त कर सकेंगे।
मंदिर के सामने रात्रि 8 बजे से नगर के सुप्रसिद्ध भजन गायक अभिजीत जोशी (रिंकू जोशी) एवं शुभम महाराज की जोड़ी भजनों की शानदार प्रस्तुति से श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर देगी। प्रसाद व्यवस्था प्रभारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक दर्शनार्थी भक्त को सुस्वादिष्ट धनिया पंजीरी का प्रसाद प्राप्त होगा। मध्य रात्रि कृष्ण जन्म के पश्चात आरती होगी एवम मक्खन, मिसरी,पंचामृत तथा धनिया पंजीरी का प्रसाद वितरण किया जाएगा। मंदिर समिति ने अंचल के श्रद्धालु माता झ्र बहनों एवम बंधुओ से आग्रह किया है कि कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आनंद प्राप्त करने, झूले में विराजमान राधाकृष्ण भगवान को अपने हाथो से झूला झूलाने एवम प्रभु के अलौकिक श्रृंगार का दर्शन करने मंदिर अवश्य पधारे।