CM के तेवर सख्त, अवैध शराब और हुक्का बार पर प्रहार

भोपाल। प्रदेश में नशे का अवैध करोबार करने वाले और नशा करने वालों पर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले इस मामले में नाराजगी जताते हुए नशे के खिलाफ महाअभियान चलाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद आज सुबह उन्होंने अपने निर्देश के बाद हुए एक्शन को लेकर डीजीपी सहित अन्य आला अफसर को समीक्षा के लिए सीएम हाउस तलब कर लिया। हालांकि जब उन्हें पुलिस के एक्शन की जानकारी मिली तो वे संतुष्ट दिखे और निर्देश दिए कि ड्रग्स और बाकी के नशे के अवैध करोबार के खिलाफ जड़ों पर प्रहार करते रहना होगा, यह महाअभियान अब बंद न हो।
नशे के खिलाफ चल रहे महाभियान की समीक्षा के लिए सीएम ने आज सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने निवास पर बैठक की। जिसमें डीजीपी सुधीर सक्सेना ने बताया कि नशा मुक्त अभियान के तहत पुलिस महकमें ने नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंस एक्ट (एनडीपीसी एक्ट) के अंतर्गत पिछले 36 घंटों में 189 प्रकरण बनाए, जिसमें दो सौ आरोपी पकड़े। वहीं अवैध शराब के 2589 प्रकरण बनाए गए। जिसमें 2586 आरोपियों को पकड़ा गया। इस दौरान 16 हजार 603 लीटर अवैध शराब जप्त की गई। वहीं शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की भी इस अभियान के तहत धरपकड़ की गई। इसमें 199 आरोपी बने। वहीं सार्वजनिक स्थल पर शराब पीने वालों के खिलाफ 335 प्रकरण बने और 391 लोगों को आरोपी बनाया गया। डीजीपी ने यह भी बताया कि सिगरेट एंड टोबेको प्रोहिबिशन एक्ट के अंतर्गत 163 प्रकरण और आरोपी बनाए गए। अवैध मादक पदार्थ ड्रग्स का नशा करने वालों 1672 स्थानों पर चैकिंग की। वहीं ढाबों और होटलों में अवैध रूप से शराब पिलाने वाले स्थानों की भी चैकिंग की गई। 2486 स्थानों पर पुलिस ने रेड की।
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में हुक्का बार बंद
डीजीपी ने सीएम को बताया कि हुक्का बार और लाउंज पूरी तरह से बंद हो गए हैं। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा में कहीं-कहीं शिकायतें थी, इन सभी जगह पर कार्रवाई करते हुए हुक्का बार को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों का एक नवंबर को किया जाएगा सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान में बेहतर काम करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। मघ्य प्रदेश स्थापना दिवस पर ऐसे कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों और अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरक्षक भी यदि अच्छा काम कर रहा है तो उसको भी हम गले लगाएंगे और सम्मानित करेंगे। उन्होंने इस अभियान में इतनी तेजी से कार्रवाई देखने पर पुलिस को बधाई दी है।
भ्रष्ट अफसरों की नहीं होगी फील्ड में पोस्टिंग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक में कहा है कि भ्रष्ट अफसरों को फील्ड में तैनात नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस अफसरों को ऐसे अधिकारियों की सूची बनाकर देने के निर्देश दिए हैं।

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