लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन 8 पंचायत सचिव निलंबित

भोपाल। मध्यप्रदेश में लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों (MP Negligence Employees) के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला (MP Suspend) जारी है। लगातार लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहे हैं। इसी बीच बड़ी कार्रवाई उमरिया जिले में की गई है। जहां 5 ग्राम पंचायत सचिव को लापरवाही करना भारी पड़ गया है। ऑनलाइन आवेदन के निराकरण में लगातार हो रही मनमानी और लापरवाही पर दिया गया है। साथ ही रोजगार सहायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जन सेवा अभियान की प्रगति और आवेदन की ऑनलाइन एंट्री के बावजूद उसके निराकरण ना होने की स्थिति में 5 पंचायत सचिव को सस्पेंड किया गया है। जिन पंचायत सचिवों को निलंबित करने की कार्रवाई की गई। उसमें दारोगा सिंह देवरा के पंचायत सचिव सहित मानसिंह दिनेश मेहरा, रामयश तिवारी और राम लखन सिंह को निलंबित किया गया है। इसके अलावा ग्राम पंचायत रथैली और जनपद पंचायत करकेली के रोजगार सहायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इसके अलावा एक अन्य कार्रवाई उमरिया अनूपपुर जिले में की गई है। जहां कृषि विभाग scso और राजस्व निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। उमरिया जिले में कलेक्टर द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है। कृषि विभाग के SCSO दहायत और राजस्व निरीक्षक राजेश सिंह चौहान पर निलंबन की गाज गिरी है।
अनूपपुर जिले में दिव्यांग की पेंशन स्वीकृत नहीं होने पर तीन सचिवों को निलंबित कर दिया गया है। दिव्यांग राम खेलावन केवट द्वारा पेंशन ना मिलने के संबंध में शिकायत की गई थी। आरोप सही पाए जाने पर उपसंचालक सामाजिक न्याय द्वारा पंचायत बघेली के सचिव मनोज कुमार पटेल सहित भाग सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा गया था। वही जवाब में पाए जाने के कारण मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा तीन पंचायत सचिव को निलंबित किया गया है।
वहीं एक अन्य कार्रवाई शहडोल जिले में की गई है। कोतवाली थाना में पदस्थ असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर अरविंद दुबे द्वारा 9000 की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद रिश्वत के आरोप में लोकायुक्त पकड़े गए एएसआई अरविंद दुबे को एसपी शहडोल प्रतिक कुमार ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
एक अन्य कार्रवाई इंदौर जिले में की गई है। जहां वन मंडल की इंदौर बेंच के हफ्ता बाद डिप्टी रेंजर श्याम गोहे को प्रारंभिक जांच के बाद निलंबित कर दिया गया है।
वहीं एक अन्य कार्रवाई छिंदवाड़ा जिले में की गई है। जहां पर इस टाइगर रिजर्व में पिछले दिनों करंट लगाकर तीन लोगों ने बाघ का शिकार किया था। इस मामले में पूर्व वन मंडल के प्रभारी डीएफओ ने डिप्टी रेंजर और एक नाकेदार को निलंबित करने की कार्रवाई की है।
मामले में लगातार विभागीय जांच में 7 सर्किल के डिप्टी रेंजर और नाकेदार की लापरवाही सामने आई थी। जिसके बाद शुक्रवार को डीएफओ ने दोनों को निलंबित कर दिया है। जिन्हें निलंबित किया गया उसमें डिप्टी रेंजर तुलसीराम सनोरिया के अलावा धीरेंद्र साहू शामिल हैं।
एक अन्य कार्रवाई निवाड़ी जिले में की गई है। जहां योजनाओं का सही क्रियान्वयन करने पर पदस्थ कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अमित अहिरवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। योजनाओं में लापरवाही करने पर शासकीय कार्य में उदासीनता बरतते हुए अमित अहिरवार हितग्राहियों जन सेवा का लाभ नहीं पहुंचाया जा रहा था, जिसके बाद उन पर यह कार्रवाई की गई है।

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