नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शनिवार को रेलवे कर्मचारियों के लिए 78 दिनों के वेतन के बराबर बोनस देने की घोषणा की है। दशहरे की छुट्टियों से पहले उन्हें इसके भुगतान कर दिया जाएगा। हालांकि, आरपीएफ और आरपीएसएफ कर्मियों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। आपको बता दें कि केंद्र सरकार के इस फैसले का लाभ रेलवे के 11.27 लाख कर्मचारियों को मिलेगा।
रेल मंत्रालय का कहना है कि रेल कर्मचारियों ने लॉकडाउन के दौरान भी आवश्यक वस्तुओं जैसे भोजन, खाद, कोयला और अन्य वस्तुओं की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित की थी। रेलवे ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में माल ढुलाई में बाजार हिस्सेदारी हासिल करने और उपयुक्त नीतिगत पहलों के माध्यम से यात्री किराए में वसूली बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसके परिणामस्वरूप चालू वित्तीय वर्ष (2022-23) मे रेलवे ने अपनी आर्थिक गति प्राप्त कर ली है, जो महामारी के कारण बाधित हो गई थी। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान रेलवे ने 184 मिलियन टन की माल ढुलाई की। यह अब तक का सबसे अधिक है।
बोनस का भुगतान एक प्रोत्साहन के रूप में काम करेगा। इससे बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारी, विशेष रूप से रेलवे के निष्पादन और संचालन में शामिल लोगों को अपनी उत्पादकता में सुधार करने में मदद मिलेगी। बोनस के भुगतान से आगामी त्योहारी सीजन में अर्थव्यवस्था में मांग को भी बढ़ावा मिलेगा। रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के बोनस के भुगतान में 1,832.09 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। बोनस के भुगतान के लिए निर्धारित वेतन गणना की सीमा 7,000 रुपये प्रति माह है। रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के लिए अधिकमत 17,951 रुपये का भुगतान किया जाएगा।