भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के गरबा पंडालों में आने वालों की आईडी कार्ड चेक करने का आदेश के बाद, मध्य प्रदेश में गरबा का आयोजन कराने वालों ने डांस पंडाल में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। सोमवार को शुरू हुए नवरात्रि त्योहार के दौरान पूरे राज्य में 9 दिनों तक गरबा डांस का आयोजन किया जाता है। उज्जैन के नानखेड़ा में गरबा आयोजन कराने वाले एक पंडाल ने गैर हिंदुओं के प्रवेश करने पर प्रतिबंध वाले पोस्टर लगाए हैं। उस पोस्टर में लिखा कि,”इस क्षेत्र में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है” नानखेड़ा गरबा पंडाल के अध्यक्ष बहादुर सिंह राठौर ने कहा कि, “गैर हिंदू पंडाल में आकर आराजकता फैलाते हैं, सुरक्षित माहौल रखने के लिए हमनें पंडाल में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है।”
नर्मदापुरम में भी रोक
इसी तरह नर्मदापुरम जिले में श्री समर्पण वेलफेयर सोसाइटी ने अपने पंडाल में आने वालों के लिए एक ड्रेस कोड तय किया है और पंडाल में आने वालों की सख्ती से आईडी चेक करने का निर्णय लिया है। गरबा का आयोजन कराने वाले स्वदेश सैनी ने कहा कि उन्होंने भारतीय कपड़े को कंपल्सरी कर दिया है और जो धार्मिक लोग हैं पंडाल में उन्हें ही प्रवेश दिया जाएगा।
नरोत्तम मिश्रा ने दिया था आईडी चेक करने का आदेश
मंगलवार को गृह राज्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गरबा आयोजकों से पंडाल में आने वाले लोगों के सख्ती से आईडी चेक करने का आदेश दिया था। नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों से कहा कि,”नवरात्रि मां दुर्गा की पूजा करने वाला त्योहार है और ये हमारी आस्था का केंद्र है, ऐसे पवित्र अवसरों पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए आयोजकों को आईडी चेक करने के बाद ही किसी को गरबा पंडाल में प्रवेश करने देने का निर्देश दिया गया है।”
उषा ठाकुर ने भी दिया था बयान
पिछले दिनों राज्य की संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा था कि ‘लव जिहाद’ को रोकने के लिए गरबा पंडालों में आईडी चेक करने के बाद ही प्रवेश करने देना चाहिए। उन्होंने कहा था कि गरबा आयोजकों को सतर्क रहना होगा, जो लोग गरबा इवेंट में आ रहे हैं उनके आईडी कार्ड जरूर चेक किये जाएं। बिना आईडी कार्ड किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, गरबा अब ‘लव जिहाद’ का एक माध्यम बन गया है।