रायपुर। हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नवा रायपुर, राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से 30 सितंबर, 2022 को द फैमिली कोर्ट्स एक्ट, 1984 पर पूर्वी क्षेत्र विधि समीक्षा पर परामर्श का आयोजन कर रहा है।
हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति के विभिन्न सम्मेलनों और कार्यक्रमों के आयोजन में हमेशा सबसे आगे रही है। इस पूर्वी क्षेत्र विधि समीक्षा पर परामर्श का आयोजन परिवारिक न्यायालय अधिनियम, 1984 के मौजूदा कानूनी ढांचे का विश्लेषण और समीक्षा करने के लिए किया जा रहा है ताकि अधिनियम में निहित कमियों और इसके कार्यान्वयन में आने वाली कठिनाइयों का पता लगाया जा सके। इसका उद्देश्य परिवारिक न्यायालयों की प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए अधिनियम में व्यावहारिक संशोधनों के लिए सिफारिशों को स्पष्ट करना है। यह परामर्श समाज की बदलती गतिशीलता और इसके मानदंडों की पृष्ठभूमि में अधिनियम की उपयोगिता, कार्यप्रणाली, दक्षता और प्रभावशीलता पर विचार-विमर्श करेगा। प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन , कुलपति, ने कहा, एच एन एल यू अपने अनुसंधान समूहों के कार्यक्रमों के एक भाग के रूप में फैमिली कोर्ट एक्ट 1984 पर इस विचार-विमर्श की मेजबानी करने पर गर्व महसूस कर रहा है, जिसमें प्रख्यात लॉ प्रोफेसर और नीति निर्माता शामिल हैं। यह कार्यक्रम प्रभाव समीक्षा केन्द्रित सम्मेलनों की श्रृंखला की शुरुआत होगी। परामर्श कार्यक्रम का संचालन डॉ. परवेश कुमार राजपूत द्वारा किया जा रहा है। परामर्श कार्यक्रमों में सम्मानित न्यायाधीश, उप महाधिवक्ता, प्रमुख सचिव विधि , शिक्षाविद और पूर्वी क्षेत्र के अधिवक्ता शामिल होंगे।