न्यूयॉर्क.
अमेरिकी मोबाइल नेटवर्क प्रदाता कंपनी एटी एंड टी ने खुलासा किया कि 2022 में शातिर हैकरों ने कंपनी के सभी 8 करोड़ मौजूदा व पूर्व ग्राहकों का डाटा चोरी कर लिया। हैकरों ने 1 मई, 2022 से 31 अक्तूबर, 2022 के बीच उसके सभी ग्राहकों के कॉल और टेक्स्ट के रिकॉर्ड एक्सेस कर लिए थे। हालांकि, कंपनी का दावा है कि जो डाटा लीक हुआ उसमें किसी का सामाजिक सुरक्षा नंबर, जन्म तिथि या अन्य व्यक्तिगत रूप से पहचान योग्य जानकारी शामिल नहीं है।
एटी एंड टी कंपनी ने बताया कि हैकर्स ने डाटा को थर्ड-पार्टी क्लाउड प्लेटफॉर्म के वर्कस्पेस से हासिल किया था। कंपनी के मुताबिक, उसे अप्रैल में इस अवैध गतिविधि का पता चला और अब इस मुद्दे पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम किया जा रहा है। इस मामले में अब तक एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही दावा किया कि फिलहाल लीक हुआ यह डाटा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है।
लीक हुई सूचनाएं डाटा पहुंच योग्य
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेताया कि भले ही डाटा में निजी पहचान योग्य जानकारी नहीं है, लेकिन जो सूचनाएं हैं, उनसे हैकर्स अधिक डाटा तक पहुंच बना सकते हैं, जिससे धोखाधड़ी की आशंकाएं बनी रहती हैं। साइबर सुरक्षा कंपनी आर्कटिक वुल्फ के डैन शियाप्पा कहते हैं कि ऐसे हमले लोगों के निजी डाटा को साथ लाने में सक्षम बना देते हैं, जिसमें नाम, फोन नंबर, पते, वित्तीय व सामाजिक सुरक्षा विवरण शामिल हैं।
पहले के डाटा ब्रीच से अलग
कंपनी ने बताया कि यह डाटा ब्रीच इस वर्ष के शुरू में हुए डाटा ब्रीच से अलग है। इस साल की शुरुआत में हैकरों ने एटी एंड टी के लाखों मौजूदा और पूर्व ग्राहकों की निजी जानकारी चुराकर डाटा को डार्क वेब पर बेच डाला।
खतरनाक सुरक्षा जोखिम
अमेरिकी प्रतिभूति विनियमों के मुताबिक कंपनियों को डाटा ब्रीच की घटना के बारे में पता चलने के 30 दिनों के भीतर ग्राहकों को सुरक्षा उल्लंघनों का खुलासा करना जरूरी है, लेकिन इस मामले में एफबीआई ने सुरक्षा जोखिमों के कारण देरी की अनुमति दी।