कुसुमकसा में ग्रमीणों ने मुख्यमंत्री का खुमड़ी पहना व लाठी भेंटकर किया स्वागत

रायपुर। भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना कर भेंट मुलाकात कार्यक्रम की शुरूआत की। राजगीत के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई। मुख्यमंत्री का खुमड़ी पहनाकर, लाठी भेंटकर ग्रामीणों ने उत्साह पूर्वक स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा आज नवमी है। सब घर पितर आये है। बड़ा ,पूड़ी,खीर खाये हैं यह कहते हुए योजना के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा राजहरा और कुसुमकसा के पुराने साथियों से भेट मुलाकात करने यहां आए हैं। यहां सब मेरे पुराने साथी मिलें हैं। जुन्ना संगवारी मन संग मुलाकात होइस हे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 2018 में बनी । वादा किये कि थे कि समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करेंगे। उसे पूरा किया। ऋण माफी योजना ,धान खरीदी के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना प्रारंभ किया। इसमे धान के अलावा मक्का, कोदो,कुटकी की खरीदी की ब्यवस्था किया। अब 26 लाख किसान इसके दायरे में आये हैं। मुख्यमंत्री ने मलकुहर के किसान गोकुल पटेल से राज्य सरकार की योजनाओं से मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी ली। पटेल ने कहा उनका 20 हजार रुपए ऋण माफी हुआ है । दो किस्त में राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत 15 हजार 500 रुपए मिला है।
लक्षण दास मानिकपुरी ने बताया सभी योजना सही है। भूमि मरम्मत कराया है 42 डिसमिल को खेत बनाने का कार्य करवाया। लेकिन सही नही हुआ। मनरेगा अंतर्गत काम हुआ। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ठीक कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि 350 रुपये का पेंशन मिलता है। उसे बढ़ाने की कृपा करेंगे। आजादी के बाद पहली बार आप हमारे बीच मे आये हैं। पहली बार आप आये हैं। आप ने हमारे अधिकार के बारे में पूछा । इसके लिए आभार। रोचक अंदाज में हुई बातचीत।
स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल के छात्रों ने परिचय बताया। वैभवी यादव ,रिया केवट,आराधना ठाकुर, मीनाक्षी सोनबरसा ने अंग्रेजी में बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि निशुल्क पढ़ाई हो रही है। यहाँ सबको अवसर मिल रहा है। आत्मानन्द स्कूल के बच्चों ने अंग्रेजी में बातचीत की। आशिष ने बताया कि वे 12वी में पढ़ रहे हैं। यहां लैब है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ बच्चे अंग्रेजी में भी बात करते है। अब सप्ताह में एक दिन छत्तीसगढ़ी मे भी पढ़ाएंगे। वैदिक ज्ञान के लिए संस्कृत में भी पढ़ाएंगे। देश दुनिया मे छत्तीसगढ़ का नाम ऊंचा होना चाहिए। वैभवी ने छत्तीसगढ़ी बोली में भी बात की और सबका मन मोह लिया। छत्तीसगढ़ राज्य गीत राजभाषा बनाये। छत्तीसगढ़ का नाम देश दुनियाभर में उभर रहा है।

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