भोपाल
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि टंकी में रिसाव या किसी भी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति में वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। जल निगम द्वारा बनाई पानी की टंकियों पर राजनैतिक या व्यवसायिक विज्ञापनों की मनाही है, इस बात का खास ध्यान रखें। बारिश के चलते पानी की सफाई के लिये क्लोरीनेशन, नियमित परीक्षण का विशेष ध्यान रखा जाए। सभी वरिष्ठ अधिकारी मौका स्थल पर जाकर परियोजनाओं का नियमित परीक्षण करें एवं भ्रमण में जन-प्रतिनिधियों को भी साथ ले जायें। भ्रमण की फोटो एवं वीडियो पोर्टल पर अपलोड करें। जल निगम एवं पीएचई के अधिकारी आपसी समन्वय से वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में समय-सीमा में सभी परियोजनाओं को पूर्ण करें । आम नागरिको को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति का कार्य प्राथमिकता से किया जाए।
मंत्री श्रीमती उइके ने कहा कि समूह नल-जल योजनाओं की बैठकों में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करें, उनके सुझाव लें जिससे उनके क्षेत्र की जनता की समस्याओं का निराकरण करते हुए योजनाओं के कार्य को आगे बढ़ाया जा सके। समूह नल-जल योजनाओं का शुभारंभ स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से कराया जाए। पानी की टंकी के निर्माण में गुणवत्तायुक्त सामग्री का उपयोग किया जाए। प्रदेश की 24 परियोजना के क्रियान्वयन इकाई के तहत समूह नल-जल योजनाओं की समीक्षा की।
सचिव श्री पी. नरहरि ने कहा कि अधिकारी के व्यक्तिगत कारणों की वजह से परियोजना में लेट लतीफी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। किसी भी परियोजना में गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा। सभी अधिकारी नियमित रूप से क्षेत्र का भ्रमण करें एवं स्वयं संतुष्ट होने के बाद ही संबंधित संस्थान को सुपुर्द करें। सभी कार्य पूर्ण पारदर्शिता के साथ किये जायें एवं कार्य प्रगति को रियल टाइम में पोर्टल पर अपलोड करें।