छत्तीसगढ़-रायगढ़ में थाने के सामने सैकड़ों लोगों ने किया हंगामा, पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी

रायगढ़.

रायगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचकर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने थाने के सामने हंगामा शुरू कर दिया है। महिलाओं का आरोप है कि उनके क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार करने वाले की शिकायत करने पर शराब कोचिये के द्वारा उनके साथ मारपीट की गई थी, इसकी शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने से नाराज होकर थाने के सामने बैठकर हंगामा कर रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार थाने के सामने सड़क में बैठकर प्रदर्शन कर रही सैकड़ो महिलाओं का आरोप है कि कोसमपाली, बरमुडा सहित आसपास के क्षेत्रों में कुछ लोगों के द्वारा अवैध तरीके से महुआ शराब का विक्रय किया जा रहा था। इस मामले की शिकायत उन्होंने थाने में की थी जिससे क्षुब्ध होकर शराब कोचिये ने महिला सरपंच के बेटे के साथ मारपीट की  थी। इस मामले की शिकायत करने के बावजूद शराब कोचिये पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नही करने से नाराज होकर आज लगभग आधे दर्जन से भी अधिक गांव की सैकड़ो महिलाओं ने कोतरा रोड थाने का घेराव करते हुए सड़क में बैठकर चक्काजाम शुरू कर दिया। नाराज महिलाओं ने कोतरा रोड थाने की पुलिस टीम पर शराब कोचिये के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया है। नाराज महिलाओं का आरोप है कि खरसिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई गांव में पिछले लंबे समय से अवैध महुआ शराब का विक्रय किया जा रहा है। इस मामले की शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नही की जाती है। नाराज होकर वे रायगढ़ जिला पहुंचकर आंदोलन करने को विवश हो चुके है। महिलाओं के इस आंदोलन की जानकारी मिलते ही रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक सहित कई कांगे्रसी नेता कोतरा रोड थाने पहुंच गए हैं वहीं बताया जा रहा है कि इस आंदोलन की जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री एवं खरसिया विधायक उमेश पटेल भी  कोतरा रोड थाना पहुंचने वाले हैं। ग्राम पंचायत कोसमपाली की सरपंच अनसुईयां उराव ने बताया कि छठ पूजा से पहले गांव की कई महिलाओं ने उनसे गांव में बिकने वाली अवैध महुआ शराब की शिकायत की थीं। तब उन्होंने एकजुट होकर गांव में बिकने वाली अवैध शराब को बंद कराने के लिये कोतरा रोड थाना पहुंचकर ज्ञापन सौंपा था। तब पुलिस ने उन्हें छठ पूजा के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत एसपी आफिस पहुंचकर की जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर उसी दिन शाम करीब 4 बजे पुलिस टीम पहुंचकर छापामार कार्रवाई करते हुए शराब पकड़ा गया। इसके बाद गांव की 18 समिति की महिलाएं घर-घर जाकर चेक किया गया कि इस कार्रवाई के बावजूद कहीं फिर से शराब तो नही बनाया जा रहा है। तब शराब का कारोबार करने वाले लोगों के द्वारा उनसे गाली गलौज करते हुए दोबारा घर आने पर झूठे केश में फंसाने की धमकी दी गई थी। महिला सरपंच ने यह भी बताया कि बेटे को जान से मारने की धमकी देते हुए उसके साथ जमकर मारपीट की गई। इसकी शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नही करने से नाराज होकर वे आज थाने पहुंची है।

इस मामले में पूर्व मंत्री एवं खरसिया विधायक उमेश पटेल ने बताया कि आज सुबह उन्हें फोन के जरिये सूचना मिली कि कोसमपाली की महिलाओं के साथ थाने में दुव्र्यवहार हो रहा है।  कल शाम रिपोर्ट लिखाने पहुंची महिलाओं को यहां के टीआई ने उल्टा उन्हीं के उपर एफआईआर हो जाने की बात कही गई। इस वजह से आज भारी संख्या में महिलाएं थाने पहुंची है और इन महिलाओं ने थाने के अलावा एसपी आफिस में ज्ञापन सौंपा था और जिस तरह से गांव में शराब बिक रही जिससे गांव के बच्चे बिगड़ रहे हैं। उमेश पटेल ने कहा कि महिलाओं का आरोप था कि शराब कारोबारी के द्वारा सरपंच के बेटे के साथ मारपीट की गई है और पुलिस आरोपी को संरक्षण दे रही है। जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से पुलिस का जनता के प्रति जो रवैया बहुत ही गलत रवैया है। शराब माफियाओं को जिस तरह से संरक्षण दिया जा उसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। गांव में जिस तरह महिलाएं संगठित हैं इन्हें तोड़ने का काम किया जा रहा है और इन्हें डराने धमकाने का काम किया जा रहा है। इस मामले मे पुलिस अगर एकतरफा कार्रवाई करेगी तो हम भी आगे कार्रवाई करेंगे।