सक्सेस पाने के लिये आपको छोड़नी होगीं ये आदतें

किसी भी उपलब्धि को पाने के लिए आपको ऊंची छलांग लगानी चाहिए। हो सकता है कि आप दुनिया के सबसे तेज व प्रतिभाशाली व्यक्ति न हों, किंतु लगातार मेहनत करें तो सफलता किसी भी कीमत पर आपकी होगी। इस दुनिया में हमारी जीत निरंतर प्रयत्नशीलता पर ही टिकी है। कामयाबी और खुशी हमारी आदतों पर निर्भर करती हैं। अगर हम अपनी आदतों को संवार लें, तो फिर ऐसा कुछ नहीं जो हमारी पहुंच से दूर हो। जानिये कौन सी आदतों को छोड़कर हम तरक्कीि और खुशी पा सकते हैं।

कामयाबी हर किसी की चाह
जीवन में सब कामयाब होना चाहते हैं। लेकिन हमारी कुछ आदतें ही कामयाबी और खुशी की राह में रोड़ा बन जाती हैं। हम जाने अनजाने इन आदतों के गुलाम बन जाते हैं। हम यह भूल जाते हैं कि कामयाब होने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है।

गलत लोगों के साथ वक्त न बितायें
जिदंगी बहुत छोटी है आखिर गलत लोगों के साथ बिताकर इसे क्योंह खराब किया जाए। अगर किसी को जिंदगी में आपकी जरूरत है तो वह आपके लिए जगह बनायेगा। आपको अपनी जगह के लिए लड़ना नहीं चाहिये। ऐसे किसी व्यीक्ति के साथ समय न बितायें जो बार-बार आपको नजरअंदाज करते हैं। याद रखिये असली दोस्ति वे नहीं होते जो कामयाबी में आपके साथ होते हैं, बल्कि वे होते हैं, जो मुश्किएल में आपके साथ होते हैं।

गलती करने से न डरें
अगर आप कोई गलती नहीं करते, तो आप कुछ सीखते नहीं हैं। कुछ करके गलती करना, खाली बैठने से बहुत अच्छाी होता है। हर कामयाबी के पीछे नाकामयाबी की लंबी फेरहिस्तक होती है। और नाकामी आपको सफलता की ओर ले जाती है। अंत में आपको चीजें न करने का अफसोस, चीजें करने के मुकाबले ज्याऔदा होगा।

अपनी जरूरतों का रखें ध्यान
आप किसी को बहुत चाहते हैं और उसे खुश रखने के चक्क र में आप खुद को कहीं भूल जाते हैं। आप यह भूल जाते हैं कि आप भी खास हैं। जी, बेशक दूसरों की मदद करने में कोई बुराई नहीं। लेकिन, स्वेयं को नजरअंदाज न करें। अगर आप कुछ ऐसा काम करना चाहते हैं जो आपका जुनून है और आपके लिए बहुत मायने रखता है, तो अभी इसी पल उसे शुरू कर दें।

अपनी परेशानियों से भागें नहीं
कोशिश करने वालों कभी हार नहीं होती। मुश्किलों का डटकर सामना करें। हालांकि, ऐसा करना आसान नहीं है। ऐसा कोई भी व्योक्ति नहीं है जिसके जीवन में कभी कोई मुश्किल न आई हो। और हर परेशानी का हल फौरन मिल जाए, ऐसा भी संभव नहीं है। दुखी, उदासी, कष्ट  और लड़खड़ाना मानवीय प्रवृत्ति का हिस्सान है। यही तो जीवन है। मुश्किलों का सामना करने के लिए आपको लगातार सीखना, खुद को परिस्थितियों के अनुसार ढालना और फिर उन्हेंर सुलझाने में जुट जाना होता है। और यही आपको एक बेहतर इनसान बनने में मदद करता है।

खुद से झूठ न बोलें
आप दुनिया में सबसे झूठ बोल सकते हैं, लेकिन अपने आप से नहीं। हमारा जीवन तभी सुधरता है जब आप जोखिम उठाते हैं। और सबसे पहला और चुनौतीपूर्ण काम जो हमें करना चाहिये वह है अपने आप से ईमानदारी बरतना।

खुद को न बदलें
आप जो हैं वही बने रहना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। हम अपनी काफी ऊर्जा वह बनने में लगा देते हैं, जो हम नहीं हैं। कोई न कोई आपसे खूबसूरत होगा और कोई न कोई ज्याइदा स्मायर्ट होगा, लेकिन वह आप नहीं हैं। उनमें आप जैसी खूबियां नहीं हैं। किसी से सीखना अलग बात है, लेकिन खुद को किसी पर ढाल देना बिलकुल ही दूसरी बात। अपने आप को इसलिए न बदलें कि लोग आपको पसंद करना शुरू कर देंगे। आप जो हैं वही रहें सही लोग आपको इसी अंदाज में पसंद करेंगे।

पिछली बातों को याद रखना
जीवन चलने का नाम है। अगर आप रुक जाएंगे तो कभी नया मुकाम हासिल नहीं कर पायेंगे। बीती बातों में अटके रहना छोड़ दें। आप नया पन्नो तब तक नहीं पढ़ सकते, जब तक आप पुरानी ही बातों में अटके रहेंगे।

खुशियां खरीदी नहीं जातीं
हमारी चाहत की कई ऐसी चीजें होती हैं, जिनकी कीमत बहुत ज्या,दा होती है। लेकिन सच यह है कि जो चीजें हमें वास्ताव में संतुष्टी करती हैं, वे पूरी तरह फ्री हैं। प्या र, हंसी और जुनून के साथ अपना काम करने के लिए आपको किसी प्रकार का धन खर्च करने की जरूरत नहीं है। जिंदगी आपको दोस्तो और परिजन भी बिना किसी कीमत के देती हैं। उनके साथ का आनंद उठाइये।

बाहर खुशियां तलाशना
आप अंदर से अपने आपसे खुश नहीं हैं, तो आप बाहर भी लंबे समय तक दूसरों से खुश नहीं रह सकते। आप लंबे समय तक चलने वाले किसी संबंध में दूसरों के साथ भी खुश नहीं रह सकते। आपके अपने भीतर स्थिरता का भाव लाना होगा। जब आप भीतर से संतुष्टन नहीं हैं, तब तक आप दूसरों को भी खुशी या संतुष्टि नहीं दे सकते।

निष्क्रि यता छोड़ें
बहुत ज्यायदा न सोचें। ऐसा करके आप खुद को किसी अनजान समस्याी में फंसा लेंगे। परिस्थितियों का आकलन करें और फिर निर्णयात्मईक कदम उठायें। कामयाब होने के लिए कम्फनर्ट लेवल को तोड़ना जरूरी है। बिना जोखिम उठाये कामयाबी नहीं मिलती।

दूसरों से मुकाबला न करें
दूसरे लोग आपसे क्या  बेहतर कर रहे हैं इसे लेकर फिक्रमंद न हों। रोजाना खुद से बेहतर बनने का प्रयास करें। कामयाबी की जंग में आपका मुकाबला सिर्फ और सिर्फ आपसे है।