देव दीपावली: काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह से गंगाद्वार तक सवा लाख दीप जलेंगे

वाराणसी

काशी के लक्खा मेले में शुमार हो चुकी देव दीपावली इस बार बेहद खास होगी। बाबा विश्वनाथ के धाम को भव्य तरीके से सजाने की तैयारियां चल रही हैं। बाबा के गर्भगृह से लेकर गंगा द्वार तक लगभग सवा लाख दीप मालिकाएं रोशन होंगी। मंदिर और श्रद्धालुओं के सहयोग से देव दीपावली का यह उत्सव भव्य तरीके से मनाया जाएगा। बाबा के धाम को रंग-बिरंगे फूलों के साथ ही रंग-बिरंगी झालरों से भी सजाया जाएगा। इसके साथ ही लेजर शो और आतिशबाजी भी आकर्षण का केंद्र रहेगी।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के एसडीएम शंभू शरण ने बताया कि देव दीपावली पर धाम की भव्य सजावट होगी। इसके साथ ही धार्मिक आयोजन भी होंगे। 15 नवंबर को देवदीपावली के लिए सनातन परंपरा के अनुसार ही धाम में तैयारियां चल रही हैं। श्री काशी विश्वनाथ धाम को फूलों से सजाने की योजना बनाई गई है। संपूर्ण धाम में विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे फूलों से आकर्षक सजावट की जाएगी।

फूलों के अलावा दीपों की सजावट भी की जाएगी। विशेष रूप से दीपोत्सव की तैयारियां की गई हैं। मंदिर क्षेत्र को दीपों से सजाया जाएगा। बाबा के भक्तों से अनुरोध किया गया है कि वह धाम में आएं और देवों की दीपावली में अपनी सहभागिता निभाएं। संपूर्ण धाम को दीपों की आभा से रोशन किया जाएगा।

इस वर्ष देव दीपावली के अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ धाम स्थित ललिता घाट पर सायंकाल एक विशेष आतिशबाजी और लेजर शो का आयोजन होगा। इसे जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किया जाएगा। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही, काशी क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। श्री काशी विश्वनाथ धाम में इस देव दीपावली के दौरान काशी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को और भी उजागर करने का प्रयास किया गया है।
 
वॉच टॉवर से की जाएगी निगरानी, होगी बैरिकेडिंग
देव दीपावली पर गंगा किनारे वॉच टॉवर बनाकर पुलिस निगरानी करे। गंगा घाटों की ओर जाने वाले रास्तों के किनारे की बहुमंजिला इमारतों की छतों पर रूफ टॉप फोर्स तैनात की जाए। यह निर्देश पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को देव दीपावली के मद्देनजर कमिश्नरेट के अफसरों को दिए।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर मजबूत बैरिकेडिंग की जाए और बैरियर लगाएं जाए। भीड़ के बीच पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रयोग किया जाए। पर्यटकों की सुविधा व सुरक्षा सर्वोपरि है। विशिष्ट अतिथियों के आवागमन के दौरान पर्यटकों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। सुगम यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत रूट डायवर्जन प्लान बनाकर पर्यटकों के लिए अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की जाए। पुलिस आयुक्त ने कहा कि सुगम यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत विशेष अभियान चलाया जाए।

निर्धारित रूट पर न चलने वाले ई-रिक्शा और बगैर परमिट के ऑटो के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यह ध्यान रखा जाए कि नाविक नाव की क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने पाएं। लाइफ जैकेट जैसे जीवन रक्षक उपकरण नाव में हर हाल में हों। नावों के आवागमन के मद्देनजर गंगा में फ्लोटिंग डिवाइडर बनाया जाएगा।

गंगा में सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ, जल पुलिस और पीएसी बाढ़ राहत दल के जवानों के साथ स्थानीय गोताखोर मौजूद रहें। देव दीपावली के मद्देनजर गंगा घाटों के आसपास के क्षेत्रों में स्थित होटलों, धर्मशालाओं और भवनों में रहने वाले किरायेदारों का सत्यापन किया जाए। इस दौरान संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) डॉ. के एजिलरसन और अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चन्नप्पा के अलावा कमिश्नरेट के सभी राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे।