रायगढ़.
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के शनिवार की सुबह करंट की चपेट में आकर एक साथ तीन हाथियों की मौत हो जाने के बाद रायगढ़ वन मंडल की डीएफओ ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक बिटगार्ड को सस्पेंड कर दिया है। वहीं डिप्टी रेंजर के सस्पेंड के लिए सीसीएफ बिलासपुर को अनुशंसा पत्र भेजा गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, रायगढ़ जिले के तमनार रेंज मे शनिवार की सुबह 11केवी विद्युत प्रवाहित के कारण तार की चपेट में एक नर हाथी, एक मादा हाथी समेत एक शावक की लाश सामारूमा परिक्षेत्र के कचकोबा परिसर में चुहकीमार वन विभाग के नर्सरी में मिली थी। इस घटना की जानकारी मिलते ही रायगढ़ वन मंडल, वन विभाग के अधिकारियों के आलावा डीएफओ समेत तमनार व घरघोड़ा रेंज की टीम मौके पर पहुंची।
बिजली विभाग की लापरवाही आई सामने
घटना स्थल पहुंची वन विभाग की टीम सामारूमा परिक्षेत्र के कचकोबा परिसर में चुहकीमार नर्सरी क्षेत्र का मुआयना किया गया। इस दौरान टीम को पता चला कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण 11 केवी तार काफी नीचे झुला हुआ था। जिसकी वजह से ही यह घटना घटित हुई।
कई बार की गई शिकायत
प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला कि वन विभाग के नर्सरी प्रभारी ने 11केवी लाइन तार नीचे होने की शिकायत कई बार बिजली विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से की थी, लेकिन इसके बावजूद इस ओर किसी तरह की पहल नही की गई। जिसके परिणाम स्वरूप यह घटना घटित हो गई।
बिटगार्ड हुआ सस्पेंड
वन विभाग की जांच मे यह भी पाया गया की पिछले तीन से चार दिनों तक घरघोड़ा रेंज मे 70 से अधिक हाथी के विचरण करने के बावजूद भी संबंधित बीटगार्ड के द्वारा सही तरह से हाथियों के सुरक्षा के मद्देनज़र निगरानी नहीं की गई, इस मामले मे गंभीर लापरवाही पाए जाने के बाद रायगढ़ डीएफओ स्टाईलों मंडावी ने रविवार की शाम कचकोबा परिसर रक्षक सन्यासी सिदार को सस्पेंड कर दिया है।
सर्किल प्रभारी के लिए भेजा गया अनुशंसा पत्र
मिली जानकारी के मुताबिक एक साथ तीन हाथियों की मौत हो जाने के बाद वन विभाग की टीम इस मामले मे गंभीरता से कार्रवाई कर रही है, विभागीय टीम ने इस मामले मे सामारूमा सर्किल प्रभारी अजय खेस के भी सस्पेंड के लिए सीसीएफ बिलासपुर को अनुशंसा पत्र भेजा है।
क्या कहती हैं डीएफओ
इस सम्बन्ध मे रायगढ़ वन मंडल की डीएफओ स्टाईलों मंडावी ने बताया कि विभागीय कार्रवाई करने के बाद इस घटना मे बिजली विभाग की भी लापरवाही सामने आयी है। ऐसे में घरघोड़ा बिजली विभाग के अधिकारियों को इसके लिए नोटिस भी भेजा गया है। साथ ही साथ स्पष्टीकरण मांगा गया है। ताकि इस मामले मे आगे की कार्रवाई की जा सके।