लुप्त होने की कगार पर भेड़िए, नर और मादा का जोड़ा लाया जाएगा गोरखपुर

गोरखपुर। गुजरात के गिर के जंगलों के बीच स्थित जूनागढ़ जिले के शक्करबाग प्राणी उद्यान से शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में एक नर और एक मादा भारतीय भेड़िया लाया जाएगा। लुप्तप्राय भारतीय भेड़िया जूनागढ़ जिले के शक्करबाग प्राणी उद्यान में संरक्षित किए जा रहे हैं। प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ. एच राजा मोहन ने कहा कि इसके लिए गुजरात सरकार एवं प्राणी उद्यान निदेशालय से बातचीत की जा रही है।
भारतीय भेड़िया लुप्त होने की कगार पर हैं। केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण ने उन्हें बचाने के लिए शक्करबाग प्राणी उद्यान में साल 2014-15 में ग्रे रंग के भारतीय भेड़ियों का ब्रीडिंग सेंटर शुरू किया। तब से ही इस प्राणी उद्यान में भेड़ियों की आबादी बचाने की कोशिशें जारी हैं। हेरिटेज फाउंडेशन के ट्रस्टी अनिल कुमार तिवारी बताते हैं कि साल 2016-17 में यहां 03 बच्चों का जन्म हुआ। दिसंबर 2021 तक यहां भेड़ियों की संख्या बढ़ कर 60 हो गई थी। गोरखपुर प्राणी उद्यान के वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ डॉ. योगेश प्रताप सिंह कहते है कि चार भेड़िए के लिए यहां बाड़ा है। प्राणी उद्यान की कोशिश है कि जल्द ही उस बाड़े में भेड़िया लाया जाए। भारतीय भेड़िया वन्यजीव अधिनियम की धारा 1972 के अंतर्गत सेड्यूल वन में संरक्षित है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *