शेयर बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले वरिष्ठ निवेशक राकेश झुनझुनवाला का निधन हो गया है। 62 साल की उम्र में Rakesh jhunjhunwala ने रविवार सुबह अंतिम सांस ली। बीते कुछ दिनों से वे बीमार चल रहे थे। Rakesh jhunjhunwala को शेयर बाजार में निवेश के कौशल के लिए जाना जाता था। शेयर बाजार के उनके टिप्स अक्सर चर्चा में रहते थे। कुछ लोग उनको भारत का वारेन बफेट भी कहते थे। शेयर बाजार का यह बेताज बादशाह जिस स्टॉक में हाथ डालता था, वह चलने लगता था। कम ही लोग जानते होंगे कि बाजार में झुनझुनवाला के गुरु या शिक्षक कौन हैं? इस बात का खुलासा खुद राकेश झुनझुनवाला ने बीते दिनों एक इंटरव्यू में किया था। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया था कि उन्होंने शेयर बाजार में निवेश की कला अपने पिता से सीखी थी।
भारतीय शेयर बाजार के कहे जाते थे ‘बिग बुल’
राकेश झुनझुनवाला ने कॉलेज के दिनों से ही शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत की थी। एक बार राकेश झुनझुनवाला ने बताया था कि शुरू में 100 डॉलर का निवेश किया था। खास बात यह है कि तब सेंसेक्स इंडेक्स 150 अंक पर था, जो अब 60 हजार के स्तर पर कारोबार कर रहा है। उन्हें भारतीय शेयर बाजार का वाॅरेन बफेट भी कहा जाता था। फोर्ब्स के अनुसार राकेश झुनझुनवाला की कल संपत्ति 5.8 अरब डाॅलर की थी।
राकेश झुनझुनवाला अपनी स्टाॅक ट्रेडिंग कंपनी Rare एंटरप्राइजेज मालिक भी थे। टाइटन, स्टार हेल्थ, टाटा मोटर्स और मेट्रो ब्रांड्स जैसे स्टाॅक में बिग बुल ने सबसे ज्यादा निवेश किया था।
झुनझुनवाला ने कॉलेज में पढ़ते हुए ही शेयर बाजार में दस्तक दे दी थी। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट से उन्होंने सीए की डिग्री ली। हालांकि, उन्हें दलाल स्ट्रीट से मोहब्बत हो गई थी। उन्हें यकीन था कि अगर कहीं से बड़ा पैसा बनाया जा सकता है तो वह सिर्फ यही जगह है। शेयर बाजार में झुनझुनवाला की दिलचस्पी पिता के कारण हुई। उनके पिता टैक्स ऑफिसर थे। वह अक्सर अपने दोस्तों के साथ शेयर बाजार की बातें किया करते थे। झुनझुनवाला को इसमें बड़ा मजा आता था।
झुनझुनवाला RARE एंटरप्राइजेज नाम की निजी ट्रेडिंग फर्म चलाते थे। इसकी नींव उन्होंने 2003 में रखी थी। इस कंपनी के पहले दो शब्द ‘RA’ उनके नाम पर थे। वहीं, ‘RE’ उनकी पत्नी रेखा के नाम के शुरुआती शब्द हैं। हाल में राकेश झुनझुनवाला ने एविएशन इंडस्ट्री में कदम रखे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिग बुल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ‘राकेश झुनझुनवाला जीवन से भरपूर, मजाकिया और व्यवहारिक व्यक्ति थे। वह अपने पीछे वित्तीय दुनिया में एक अमिट योगादान छोड़ गए हैं। भारत की प्रगति को लेकर वह काफी उत्साहित रहते थे। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं। ऊं शांति’
Capitalmind के सीईओ और फाउंडर दीपक शिनोय ट्वीट करते हुए लिखते हैं, ‘एक ट्रेड इंवेस्टर और महान व्यक्ति जो बहुत लोगों के प्रेरणा का स्रोत था। उन्हें हमेशा प्यार से याद किया जाएगा। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं।