बहराइच
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मूर्ति विसर्जन बवाल में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्रा के परिवार के सदस्य मंगलवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात किए। सीएम योगी ने परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया। योगी ने कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। इस बीच, मुलाकात से पहले मारे गए राम गोपाल की पत्नी रोली मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से उसने मेरे पति की हत्या की है, उसे भी उसी तरह से सजा मिलनी चाहिए।
बहराइच में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और पथराव और गोलीबारी में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। सोमवार को परिवार और अन्य लोगों की ओर से न्याय की गुहार के बीच बड़ी संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए, जिनमें से कुछ के पास लाठी-डंडे भी थे। हिंसा के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था, दुकानें जला दी गई थीं और गुस्साई भीड़ सड़कों पर उतर आई थी।
मिश्रा का अंतिम संस्कार भारी सुरक्षा के बीच किया गया। एहतियात के तौर पर बहराइच जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। बेकाबू भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। हालांकि दूसरे दिन दोनों समुदायों के लोगों की ओर से घटना को अंजाम दिया गया है। दोपहर दो बजे के बाद मृतक का अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। बेकाबू होती स्थिति की खबर पाकर एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश भी कबड़ियन पुरवा पहुंचे थे। पुलिस कर्मियों को आगे बढ़कर हिंसा रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए। कहा कि किसी भी हालत में ऐसे लोगों को तत्काल गिरफ्तार करें, जो हिंसा भड़काने में लगे हुए हैं।
हरदी पुलिस के मुताबिक महाराजगंज हिंसा मामले में अब तक पुलिस ने 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। इनमें मुख्य आरोपी हमीद अहमद, सलमान, फहीम अहमद, सादिक अहमद, ननकऊ, सरफराज नामजद किए गए हैं। अन्य कई लोग अज्ञात हैं। इनमें सलमान, शाहिर खांन व उनके पिता अली की गिरफ्तारी हो चुकी है। अन्य फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं, जो उनको पकड़ने के लिए दबिश दे रही हैं।